VHP Demands Delhi Name Change to Indraprastha: महाराष्ट्र में औरंगजेब विवाद के बीच अब दिल्ली में विश्व हिन्दू परिषद (VHP) ने एक और बड़ी मांग रख दी है. VHP का कहना है कि दिल्ली समेत पूरे भारत की भूमि पर इस्लामिक आक्रांताओं के कब्र और स्मारक हटाए जाएं. इसके अलावा, आक्रांताओं के नाम पर बने मार्गों और इमारतों के नाम भी तुरंत बदले जाएं.
वहीं, सबसे बड़ी मांग वीएचपी ने यह रखी है कि दिल्ली का नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ किया जाए. VHP दिल्ली प्रांत के मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने कहा, "दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से आग्रह है कि जल्दी से जल्दी इस पर प्रभावी कानूनी लेकर आएं और प्रशासनिक कार्रवाई करें, ताकि परिवर्तन पूरी दिल्ली में दिखे. अब समय आ गया है कि दिल्ली पुनः इन्द्रप्रस्थ के गौरव को प्राप्त करे और दिल्ली का नाम इंद्रप्रस्थ रखा जाए."
'हिन्दुत्व जागरण का पुनर्जागरण'- VHP
सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि सोमवार (17 मार्च) से महाराष्ट्र के संभाजीनगर जिले में एक आंदोलन शुरू हो रहा है, जिसमें सरकार से विधर्मी आक्रांताओं के चिन्हों और नामवली से संबंधित इमारतें, स्मारकों, मार्गों की पूरी तरह सफाई की मांग की जाएगी. अब जब हिन्दुत्व के गौरव का पुनर्जागरण काल चल रहा है तो इन सब चीजों की सफाई होनी चाहिए.
'जगह, रास्ते, मजार और स्मारक, सब खत्म हो'- VHP
विहिप दिल्ली प्रांत के पदाधिकारियों की इसी संबंध में एक बैठक हुई, जिसमें सभी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने विचार प्रकट किए और सबने एक मत से निर्णय किया कि दिल्ली के अंदर भी इस प्रकार की जगहें और रास्ते हैं. मजारें और स्मारक आदि भी बनाए गए हैं. इन सबको खत्म करना चाहिए और जहां नाम परिवर्तन की जरूरत है, वहां नामों को बदला जाना चाहिए.
सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि मुस्लिम आक्रांताओं के जो स्मारक बने हैं, जिनको ऐतिहासिक स्मारक बोल के संरक्षण दिया जा रहा है, जबकि होना ये चाहिए कि हमारे महापुरुष हैं जो इनसे संघर्ष करते-करते बलिदान हुए, उनके स्मारक उस स्थान पर बनने चाहिए.
आक्रांताओं की जगह बनें शहीदों के स्मारक
उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, वीर सावरकर, गुरु गोविंद सिंह, गुरु तेग बहादुर, गुरुओं के गुरुपुत्र. ऐसा सभी महापुरुष जो एक हजार साल लंबे कालखण्ड में कहीं न कहीं इन विधर्मियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए, उन सभी के स्मारक बनना चाहिए और आक्रांताओं के स्मारक समाप्त करना चाहिए.
वीएचपी के मंत्री ने कहा कि दिल्ली के सभी व्यापारिक और सामाजिक संस्थाओं, आरडब्लूए और हर हिन्दू से आग्रह है कि अपने आसपास में ऐसे स्थान, मार्ग, स्मारक या प्रतीक चिन्ह देखें तो कृपया उसके विरोध में आवाज उठाएं. सरकार को पत्र लिखें और जल्द से जल्द उसको वहां से हटाने के लिए कानूनी मार्ग पर चलकर उसे साफ करवाने का प्रयास करें.