Delhi News: लुटियंस दिल्ली की सड़कों पर कई नेताओं एवं धार्मिक व्यक्तियों समेत सैकड़ों लोगों ने तिरंगा और विभिन्न हिंदू संगठनों के झंडे लेकर ‘‘समुदाय पर हो रहे हमलों’’ के खिलाफ शनिवार को ‘‘संकल्प मार्च’’ निकाला. विभिन्न हिंदू संगठनों द्वारा आयोजित मार्च मंडी हाउस इलाके से शुरू होकर जंतर मंतर पर खत्म हुआ और इस दौरान लोगों ने ‘जय श्री राम’, ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत मां की जय’ के नारे लगाए. जंतर मंतर पर एक जनसभा के दौरान उत्तरी दिल्ली के पूर्व महापौर अवतार सिंह ने चेतावनी दी कि हिंदुओं को निशाना बनाने वालों को ‘‘बख्शा नहीं जाएगा.’’
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने राजस्थान के उदयपुर में हाल में हुई एक दर्जी की हत्या का जिक्र करते हुए दावा किया कि हर जगह हिंदुओं पर हमला किया जा रहा है. सिंह ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इस ‘संकल्प मार्च’ के लिए आज कई हिंदू समूह सड़कों पर हैं. हम यहां हिंदुओं पर हमलों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एकत्र हुए हैं. उन्हें इस तरह से निशाना नहीं बनाया जा सकता, निशाना बनाने वालों को हम छोड़ेंगे नहीं.’’
पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर विवादों में घिरीं बीजेपी की पूर्व पदाधिकारी नुपुर शर्मा का समर्थन करते हुए कुमार ने कहा कि शीर्ष अदालत का कोई फैसला आने तक उन्हें ‘‘निर्दोष’’ माना जाना चाहिए. शर्मा को बयान को लेकर उच्चतम न्यायालय ने हाल में उन्हें फटकार लगाई थी. कुमार ने कहा, ‘‘हमारा देश संविधान के अनुसार ही चलेगा. मैंने नुपुर शर्मा के बयान सुने हैं और उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के जीवन के केवल दो उदाहरण दिए थे. जब तक उच्चतम न्यायालय यह नहीं कह देती कि नुपुर शर्मा दोषी हैं, तब तक हरेक को उन्हें निर्दोष समझना चाहिए. उच्चतम न्यायालय के दो न्यायाधीशों ने एक टिप्पणी की है और इसे फैसला नहीं समझा जाना चाहिए.’’
न्यायालय ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से निलंबित नेता नुपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादित टिप्पणी को लेकर उन्हें एक जुलाई को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा था कि उनकी (नुपुर की) ‘‘बेलगाम जुबान’’ ने ‘‘पूरे देश को आग में झोंक’’ दिया. न्यायालय ने यह भी कहा था कि ‘‘देश में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए शर्मा अकेले जिम्मेदार हैं.’’ न्यायालय ने शर्मा की विवादित टिप्पणी को लेकर विभिन्न राज्यों में दर्ज प्राथमिकियों को एक साथ जोड़ने संबंधी उनकी याचिका स्वीकार करने से इनकार करते हुए कहा था कि उन्होंने (शर्मा ने) पैगंबर मोहम्मद के बारे में टिप्पणी या तो सस्ता प्रचार पाने के लिए या किसी राजनीतिक एजेंडे के तहत या किसी घृणित गतिविधि के तहत की.
विहिप के संकल्प मार्च में बीजेपी नेता भी हुए शामिल
इससे पहले, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने शीर्ष अदालत की टिप्पणियों पर निराशा व्यक्त की थी. इस मार्च में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा और कपिल मिश्रा ने भी हिस्सा लिया. विहिप के कई कार्यकर्ताओं और राजस्थान एवं बिहार से कई धार्मिक नेताओं ने भी जंतर मंतर में जनसभा में भाग लिया. मार्च के कारण मध्य दिल्ली में कई सड़कों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया. यातायात पुलिस ने यात्रियों को सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे के बीच सिकंदरा रोड, बाराखंबा रोड, कॉपरनिकस मार्ग, फिरोज शाह रोड, भगवान दास रोड, कस्तूरबा गांधी मार्ग, टॉलस्टॉय मार्ग, संसद मार्ग, कनॉट प्लेस, पटेल चौक और जनपथ की तरफ जाने से बचने की सलाह दी थी.
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