Delhi News: देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 20 अगस्त को सीडब्लूसी की लिस्ट जारी कर दी. कांग्रेस कार्यसमिति की सूची जारी होने के बाद से पार्टी के कुछ नेता नाराज हैं. इनमें दिल्ली के भी नेता शामिल हैं. इन्हीं में से एक पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते विभाकर शास्त्री भी शामिल हैं. रविवार को सीडब्लूसी का लिस्ट जारी होने के बाद विभाकर शास्त्री ने एक ट्वीट किया. अपने ट्वीट में उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराजगी जाहिर की थी. हालांकि, अपने ट्वीट को उन्होंने कुछ समय बाद हटा लिया.
अब उन्होंने ट्वीट हटाने को लेकर एक अन्य ट्वीट के जरिए सफाई पेश की है. उन्होंने अपने पहले ट्वीट पर कमेंट करने वालों को जवाब देते हुए कहा है कि आप क्या बात कर रहे हैं. किसी ने भी मुझे अपना ट्वीट डिलीट करने के लिए मजबूर नहीं किया है. न हीं किसी का ऐसा करने के लिए दबाव डाला है. कांग्रेस मेरा परिवार है और यह केवल कांग्रेस में ही कि आप जो कहना चाहते हैं, वह कह सकते हैं. भारतीय जनता पार्टी में किसी नेता के लिए ऐसा कर पाना संभव नहीं है. अगर कोई बीजेपी के खिलाफ कुछ कहता है, तो बीजेपी उसे बाहर का रास्ता दिखा देती है। कांग्रेस मेरा परिवार है. राहुल गांधी जी मेरे नेता हैं.
पहले ट्वीट में जाहिर की थी नाराजगी
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को पार्टी कार्यसमिति के पाधिकारियों और सदस्यों की सूची जारी की थी. सूची में दिल्ली से अजय माकन और अलका लांबा का नाम भी शामिल है. दोनों को कांग्रेस की कार्यसमिति में सदस्य बनाया गया है. सूचना आने के बाद कांग्रेस नेता विभाकर शास्त्री नाराज हो गए. उन्होंने अपनी नाराजगी ट्वीट कर जाहिर की थी, जिसे कुछ देर बाद हटा लिया. अब उन्होंने पहले ट्वीट को लेकर सफाई पेश की है.
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