Delhi Excise policy: बीजेपी नेता का पलटवार, वीरेंद्र सचदवा बोले- 'सीएम की काली परतें खुलने लगी हैं, उन्हें जनता के सवालों का देना होगा जवाब'
Virendra Sachdeva Reaction: बीजेपी नेता वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि जो सवाल दिल्ली की जनता कई महीनों से मुख्यमंत्री जी से पूछ रही है, अब उसका जवाब उन्हें ईडी को देना होगा.
Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को दिल्ली शराब घोटाले मामले (Delhi Excise policy) में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से समन भेजे जाने के बाद से बीजेपी नेताओं ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) ने एक्स पर एक पोस्ट साझा कर सीएम और आप नेताओं पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली के सीएम की करतूत सामने आने लगी हैं. अब वो और ज्यादा दिनों तक बच नहीं सकते. सत्यमेव जयते!
वीरेंद्र सचदेवा ने इससे आगे कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल अपने आप को कट्टर ईमानदार का सर्टिफिकेट देते फिरते हैं. अब उनकी काली परते खुलने लगी हैं. जांच एजेंसी ने उन्हें समन भेजकर 2 नवंबर को हाजिर होने को कहा हैं. जो सवाल दिल्ली की जनता कई महीनों से मुख्यमंत्री जी से पूछ रही है, अब उसका जवाब उन्हें ईडी के सामने देना होगा.
कमीशन बढ़ाने का किक बैक किसे मिला?
दिल्ली बीजेपी ने सीएम अरविंद केजरीवाल से पूछा है कि दिल्ली शराब नीति में बदलाव क्यों किया गया? 5% से 12% कमीशन क्यों कि गई? 7% का किक बैक किसे मिला? इतने बड़े घोटाले का पैसा कहां खर्च हुआ?
सीएम दें अपने पद से इस्तीफा: आशीष सूद
वहीं, दिल्ली बीजेपी के नेता आशीष सूद (Ashish Sood) ने कहा है कि मनीष सिसोदिया जी को फिर जमानत नहीं मिली है. आप नेता अभी तक कहते आये हैं कि सिसोदिया के लॉकर से ईडी-सीबीआई को झुनझुना मिला. अगर सिसोदिया शराब घोटाले में लिप्त नहीं हैं, तो वो क्यों फरवरी से अभी तक तिहाड़ जेल में हैं. सुप्रीम कोर्ट से उनकी चार से पांच बार जमानत याचिका रद्द हो चुकी है. हर बार वो विक्टिम कार्ड खेलते हैं. बार-बार पत्नी की बीमारी को लेकर जमानत मांगते हैं. आप बेगुनाही की सबूत पेश नहीं करते. अब शीर्ष अदालत ने कह दिया है कि दिल्ली आबकारी मामले में 338 करोड़ मामला बनता है. इसी तरह दिल्ली हाईकोर्ट अगर राघव चड्ढा को उनके अनुसार फैसला दे दे तो अदालत को वह अच्छा बताते हैं, फैसला उनके पक्ष में नहीं आये तो कहा जाता है कि जजों पर दबाव है. इसके अलावा, उन्होंने ये भी कहा है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के इस मामले में सामूहिक जिम्मेदारी लेते हुए सीएम पद से तुरंत इस्तीफा दें.