Independence Day 2024 News: दिल्ली सरकार सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने मंगलवार को साफ कर दिया है कि इस बार स्वतंत्रता दिवस 2024 पर मंत्री आतिशी झंडा नहीं फहरा सकतीं. इस मामले में दिल्ली सरकार GAD ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मांग को खारिज कर दिया है. हालांकि, मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को दिल्ली सामान्य प्रशासन विभाग के अफसरों को आदेश दिया था कि वो आतिशी द्वारा झंडा फहराने की तैयारी करें.


इस फैसले पर दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि इस मामले में अस्पष्टता की स्थित नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले पूरे आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया ईको सिस्टम ने फैलाया था कि मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर कहा है कि मंत्री आतिशी 15 अगस्त को सरकारी ध्वजारोहण करेंगी. 


सोमवार को तिहाड़ जेल अधीक्षक का एक परिपत्र सामने आया है, जिससे साफ हुआ है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल हों या कोई अन्य कैदी वह केवल अपने निजी पारिवारिक विषयों पर ही पत्र जेल से बाहर भेज सकते हैं और किसी प्रकार का शासकीय निर्देश निवेदन पत्र वह जेल से नहीं जारी कर सकते.


गोपाल राय का पत्र असंवैधानिक


विरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाते हुए कहा कि जेल अधीक्षक का परिपत्र सामने आते ही मंत्री गोपाल राय ने एक नया भ्रामक पत्र जारी किया है कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार मंत्री आतिशी ध्वजारोहण करेंगी और सम्बंधित विभाग उसकी तैयारी करें. जबकि जेल अधीक्षक के परिपत्र से साफ है की मुख्यमंत्री जेल से कोई शासकीय निर्देश नहीं दे सकते हैं. जिससे यह साफ पता चलता है की गोपाल राय का यह पत्र असंवैधानिक है, अमान्य है और आतिशी ध्वजारोहण नहीं कर सकती हैं.


दिल्ली के सीएम का प्रयास दुखद


दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने साल 2014 के गणतंत्र दिवस की याद दिलाते हुए कहा कि तब  दिल्ली और देश ने सीएम अरविंद केजरीवाल को गणतंत्र दिवस समारोह से कुछ दिन पूर्व भी अराजकता फैलाते देखा था. जब वे समारोह स्थल के रास्ते मे धरने ओर बैठ गए थे. दस साल बाद वे अपनी हठधर्मी से दिल्ली के स्वतंत्रता दिवस समारोह को विवादित बनाने पर अमादा हैं, जो खेदपूर्ण है. वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यह समझ से परे है की आखिर क्यों अरविंद केजरीवाल सवतंत्रता दिवस ध्वजारोहण को विवादित बनाने पर तुले हैं. 


स्वतंत्रता दिवस पर नया विवाद - खुराना


 दिल्ली बीजेपी नेता हरीश खुराना ने अरविंद केजरीवाल पर आक्रामक होते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अरविंद केजरीवाल, उनकी कैबिनेट और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने संविधान को न मानने की कसम खा रखी है. हर दिन एक नए विवाद को जन्म देते हैं और नियम-कानूनों को मानने से इनकार करते हैं. अब वे स्वतंत्रता दिवस जैसे पवित्र और राष्ट्रीय त्योहार पर नया विवाद खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं. 


हरीश खुराना ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल को जेल में रहते हुए प्रशासनिक आदेश जारी करने का कोई अधिकार नहीं है. वह भूल रहे हैं कि वे भ्रष्टाचार के आरोप में विचाराधीन कैदी की तरह जेल में बंद हैं. उनका इस तरह से प्रशासनिक आदेश निकलना सरासर गलत है और अवैध है.


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