Delhi News: तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन (MK Stalin) के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udayanidhi Stalin) सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान के कारण विवादों पर फंस गए हैं. उन्होंने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस (Corona Virus) से करते हुए कहा था कि इसे समाप्त कर दिया जाना चाहिए. अब इसको लेकर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) ने कहा कि हमारी पार्टी उदयनिधि के बयान पर मंदिर में सद्बुद्धि की प्रार्थना करेगी. इसके साथ ही उन्होंने सीएम अरविंद केजरीवाल से कहा कि उन्हें इस बयान पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए.


वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, 'उदयनिधि के बयान के विरोध में सोमवार को तमिलनाडु भवन जाकर बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल कमिश्नर को ज्ञापन सौंपेगा.'' उदयनिधि के बयान पर बीजेपी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी घेरा और कहा कि वह इस पर चुप्पी तोड़ें. वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ''अरविंद केजरीवाल अपने अलाइंस पार्टनर की बात पर जवाब दें, क्या वह सनातन धर्म को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहते हैं?  केजरीवाल की चुप्पी दिल्ली के लाखों हिंदुओं को  ठेस पहुंचा रही है.''


सीएम केजरीवाल से बीजेपी ने पूछा यह सवाल
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ''पिछले कुछ समय से लगातार खुद को हिंदू दिखाने के लिए, अपने आप को हिंदू धर्म का रक्षक दिखाने के लिए अरविंद केजरीवाल कई नाटक कर रहे हैं, आज जवाब दें, आज बोलती क्यों बंद है. मुंबई में दो दिन पहले गले मिल रहे थे. स्टालिन से भी मिले. आज उनके बेटे ने यह बयान दिया था, वह तमिलनाडु के मंत्री हैं. आज आप उस पर चुप क्यों हैं.''



इतिहास पढ़ें सीएम केजरीवाल- वीरेंद्र सचदेवा
भिवानी में सीएम केजरीवाल ने अपनी एक रैली में कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन बीजेपी का नया शिगूफा है. हमारे देश को वन नेशन, वन एजुकेशन की जरूरत है. इस पर वीरेंद्र सचदेवा ने बताया, ''साल 1951,1952,1957,1962 में वन नेशन वन इलेक्शन होता था, अगर ये शिगूफा है तो अरविंद केजरीवाल को हिस्ट्री पढ़नी चाहिए. 1982-83 में इंदिरा गांधी के समय भी ये प्रस्ताव लाया गया था.''


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