Delhi News: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पार्टी के अन्य कई वरिष्ठ नेताओं के साथ जंगपुरा विधानसभा स्थित सुंदर नर्सरी (जेजे कैंप) झुग्गी में मंगलवार (26 नवंबर) को रात्रि प्रवास किया. इस दौरान कहा कि बीजेपी दो साल में 2 लाख झुग्गियां उजाड़ चुकी है, जबकि केजरीवाल झुग्गी में रहने वाले लोगों को सम्मान का जीवन दे रहे हैं.
जिन झुग्गियों को इन्होंने उजाड़ा, उनमें भी इन्होंने झुग्गी सम्मान यात्रा निकाली थी, लेकिन दो महीने बाद बुलडोज़र भेज दिये थे. आज बीजेपी जिन झुग्गी वालों के पास गई है, कल बुलडोज़र भेजकर उनको भी उजाड़ेगी.
'बीजेपी की तरह केजरीवाल कभी 'झुग्गी टूरिज्म' नहीं करते'
मनीष सिसोदिया ने कहा कि पिछले 10 सालों में बीजेपी ने जहां-जहां झुग्गियां तोड़ने की कोशिश की, अरविंद केजरीवाल ने उन्हें रुकवाने की हर संभव कोशिश की है, वह कोर्ट तक गए. वह हमेशा झुग्गीवासियों के साथ खड़े रहे हैं, क्योंकि वह बीजेपी की तरह कभी ‘‘झुग्गी टूरिज्म’’ नहीं करते. वहीं, बीजेपी वालों की राजनीति यह है कि चुनाव से पहले एक रात झुग्गी टूरिज्म करो और फिर अगले साल उनकी झुग्गियों को तुड़वा दो.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि सुंदर नर्सरी झुग्गी में भी इन्होंने चुनाव से पहले झुग्गी टूरिज्म किया था और बाद में सब उजाड़ दी. ये लोग झुग्गीवासियों के दुश्मन हैं. ये चाहते हैं कि दिल्ली में सारी झुग्गियां तोड़ दी जाएं. इसलिए मैं दिल्ली के सभी झुग्गीवासियों से कहना चाहता हूं कि इनसे सावधान रहें और इनके झांसे में न आएं. इस दौरान कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज, विधायक दिलीप पांडे, प्रवीण कुमार समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.
मनीष सिसोदिया का बीजेपी पर आरोप
मनीष सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी आज जिन झुग्गियों में जा रही हैं, यही लोग अगले साल वहां बुल्डोजर भेजेंगे. ये लोग उन झुग्गियों को तुड़वा देंगे. आप सुंदर नर्सरी की झुग्गियों को देख लें, यहां इन्होंने यही किया है. यहां हजारों लोग रहते थे और सैकड़ों झुग्गियां थीं, इन्होंने सब उजाड़ दीं. यहां भी पिछले साल बीजेपी ने चुनाव से पहले झुग्गी टूरिज्म किया था, झुग्गीवासियों से मिलने आए थे.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज दिल्ली में अगर कोई झुग्गीवासियों की कद्र करता है तो वह केवल अरविंद केजरीवाल हैं. पिछले 10 सालों में दिल्ली में जहां-जहां बीजेपी ने झुग्गियां तोड़ने की कोशिश की है, अरविंद केजरीवाल ने अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल करके उन्हें रुकवाने की कोशिश की है. सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को जहां जरूरत पड़ी, वहां कोर्ट में गए हैं. जहां जरूरत पड़ी, वहां दिल्ली सरकार ने परमिशन नहीं दी. जहां जरूरी हुआ, वहां अधिकारियों से जारी किए गए नोटिस वापस कराए हैं, जो इन लोगों ने अधिकारियों से जारी करवाए थे.
केजरीवाल जीवन का सबसे बड़ा हिस्सा - मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा, करीब 10 साल, झुग्गियों में बिताया है. वे झुग्गियों में रहकर वहां के लोगों के बीच रहे हैं, उनकी जिंदगी को करीब से देखा है और उनकी रोजमर्रा की जरूरतों को समझा है. इसलिए आज जब अरविंद केजरीवाल सरकार में हैं, तो उनका हर कदम यह ध्यान में रखता है कि झुग्गियों में रहने वाले गरीब भाई-बहन और उनके बच्चों पर सरकार के फैसलों का क्या प्रभाव पड़ेगा.
मीडिया से बात करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी के कई बड़े सीनियर नेता आज दिल्ली की अलग-अलग झुग्गियों में जा रहे हैं. क्योंकि चुनाव आ रहा है. चुनाव से पहले उन्हें झुग्गीवालों के वोट चाहिए. इसलिए वो लोग आज झुग्गियों में जाकर समय बिता रहे हैं. ये लोग कह रहे हैं कि इन्हें झुग्गीवालों से बड़ा प्यार है. लेकिन बीजेपी जब झुग्गीवालों के बीच जाती है तो इतना बड़ा झूठ बोलती है. बीजेपी झुग्गीवालों के साथ कैसा बर्ताव करती है उसका सबूत आज इस सुंदर नर्सरी के हमारे भाई-बहन हैं. आज हम आम आदमी पार्टी के सारे नेता बीजेपी के इस फरेब का पर्दाफाश करने के लिए यहां आए हैं कि वो बीजेपी जो कह रही है कि वो झुग्गियों में रात बिताएगी उसे झुग्गीवालों से बड़ा प्रेम है.
सिसोदिया ने नर्सरी के स्थानीय निवासियों से की बातचीत
वहीं नर्सरी के स्थानीय निवासियों ने कहा कि हमारे पास एमसीडी के पेपर हैं. डूसिब में हमारी झुग्गी पंजीकृत है. डुसिब का कानून यह है कि जो झुग्गी 2006 से पहले बनी है उसको झुसिब ने सूचीबद्ध किया है. यह झुग्गियां तो 2006 से काफी पहले से बसी हुई हैं. हमारा यहां का राशन कार्ड और वोटर आईकार्ड है. इन्होंने हमारे साथ अन्याय किया है.
हमारी पूरी तरह से अनदेखी की गई है. झुग्गीवासियों ने बताया कि यहां पर कुछ झुग्गी माफिया भी सक्रिया है,झुग्गियां तो उजाड़ दी, लेकिन एक भूमाफिया आज भी यहां बड़े आराम से रह रहा है. उसे कोई हटाने वाला नहीं है बल्कि घेरकर उसको बड़ा प्लाट दिया जा रहा है. वहीं जब हम अपने प्लाट पर जाते हैं तो पुलिस वाले हमें मारते हैं, भगा देते हैं.
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