Watch: सुपरटेक ट्विन टावर से पहले ढहाई गई है अबु धाबी की ये 165 मीटर ऊंची इमारत, वीडियो देख खड़े हो जाएंगे रोंगटे
Noida Twin Tower Demolition: नोएडा ट्विन टावर से पहले साल 2020 में अबु धाबी के चार टावरों को इसी तर्ज पर गिराया गया था. यहां ये इमारत 165 मीटर ऊंची थी, जिसमें 144 फ्लोर थे.
Supertech Twin Tower Demolition Noida: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नोएडा (नोएडा) के सुपरटेक ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) गिराने को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. एपेक्स (Apex) और सेन (Ceyane) नाम की इन दोनों गगनचुंबी इमारतों को गिराने के लिए कल यानी 28 अगस्त को दोपहर 02:30 बजे का समय तय किया गया है. इसके लिए दोनों टावरों में 9 हजार से ज्यादा छेद करते हुए करीब 3700 किलो विस्फोटक लगाया गया है. इन इमारतों को गिरते हुए देखना हर किसी की उत्सुकता होगी, लेकिन इससे पहले भी दुनिया की सबसे उंची इमारतों में से एक को इसी तरह गिराया गया है.
144 मंजिला थी अबु धाबी की इमारत
दरअसल मोडन प्रॉपर्टीज (मोडन) ने मीना जायद, अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में मीना प्लाजा टावरों को इसी तरह गिराया था. कुल 144 मंजिलों के साथ, चार जबरदस्त उंचाई वाले टावरों को लगभग 10 सेकंड में एक नियंत्रित विस्फोट के माध्यम से मजबूत गुणों और उत्कृष्ट सुरक्षा रिकॉर्ड के स्थिर गैर-प्राथमिक विस्फोटकों का उपयोग करके ध्वस्त कर दिया गया था. इसे गिनीज बुक में भी दर्ज किया गया था. (वीडियो- गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड)
नोएडा सुपरटेक टावर का ऐसा था प्लान
बता दें कि अब नोएडा 32 फ्लोर और 29 फ्लोर वाली इन दो इमारतों की अब बारी है. इनमें से एक की उंचाई 102 मीटर तो दूसरे की उंचाई 95 मीटर है. इसकी ऊंचाई का अंदाजा इस बात से गलाया जा सकता है कि दिल्ली का कुतुब मीनार 73 मीटर लंबा है. इन दोनों टावरों में 915 फ्लैट, 21 दुकानें और 2 बेसमेंट को बनाया गया था. ज्ञात हो कि इस इमारत को देश के उच्चतम न्यायालय के आदेश पर गिराया जा रहा है. इसके लिए प्रशासन ने युद्ध स्तर पर तैयारी की है. जहां इसको गिराने के दौरान करीब आधे घंटे के लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को बंद रखा जाएगा वहीं इस दौरान यहां करीब 400 पुलिसवालों की तैनाती भी रहेगी. मौके पर राष्ट्रीय आपदा मौचन बल (एनडीआरएफ) एक टुकड़ी तैनात रहेगी.
ध्वस्तीकरण के बाद ऐसी होगी तैयारी
नोएडा के इस ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के बाद आवासीय परिसर के निकट प्रशासन ने धूल और वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए 15 स्थानों पर एंटी स्मॉग गन के साथ एक वाटर टैंकर की भी प्रबंध किया गया है. आवश्यकता पड़ने पर और एंटी स्मॉग गन भी लगाई जाएंगी. ध्वस्तीकरण के बाद करीब 80 हजार टन मलबे का निस्तारण किया जाएगा जिसमें से करीब 50 हजार टन मलबे का इस्तेमाल साइट को भरने के लिए किया जाएगा.