Delhi Water Supply: क्या गर्मी के मौसम में राजधानी दिल्ली में आ सकता है जल संकट? पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट
Delhi Water Crisis: आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और विधायक संजीव झा ने कहा है कि वाटर रिसोर्स बॉडी बनाने के योजना की फाइल एलजी के पास भेजी गई है, लेकिन वो अब तक वहां अटकी पड़ी है.
![Delhi Water Supply: क्या गर्मी के मौसम में राजधानी दिल्ली में आ सकता है जल संकट? पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट water crisis in Delhi May be in summer Read Reason and ground report ANN Delhi Water Supply: क्या गर्मी के मौसम में राजधानी दिल्ली में आ सकता है जल संकट? पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/03/13/df2da1fa99270fe10ec9aa46a3d01fd31678722409003367_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Delhi Water Crisis News: इस साल फरवरी के अंत से ही लोगों को गर्मी का एहसास हुआ शुरू हो गया है और जो तपिश अप्रैल महीने में लोगों को महसूस होती थी, वो इस बार मार्च महीने से ही शुरू हो गई है. इस बीच गर्मी शुरू होते ही दिल्ली में पानी की किल्लत का डर भी लोगों को सताने लगा है, जो कहीं न कहीं अब सच साबित होता नजर आ रहा है, क्योंकि दिल्ली सरकार (Delhi Government) की तरफ से घटते भूजल स्तर को बढ़ाने वाली योजना पर चल रहे कार्य पर रोक लग चुकी है. दिल्ली के कई इलाकों में अभी से ही पानी की कमी से लोग परेशान हैं, जिसके आने वाले दिनों में और भी विकराल रूप ले लेने की संभावना है.
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और विधायक संजीव झा ने इसका ठीकरा बीजेपी पर फोड़ते हुए कहा है कि दिल्ली में ग्रामसभा की जमीनों पर वाटर रिसोर्सेज बॉडी बनाने का काम केजरीवाल सरकार की तरफ से किया जा रहा था. इससे दिल्ली में भूजल स्तर के बढ़ने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन ग्रामसभा की जमीनों को दिल्ली सरकार से हटा कर डीडीए के अधीन कर दिया गया. इसकी वजह से ग्रामसभा की जमीनों पर चल रही दिल्ली सरकार की परियोजनाओं पर रोक लगा दी गई है. ऐसे में वाटर रिसोर्सेज बॉडी बनाए जाने के काम पर भी रोक लग गई है.
'एलजी ने अब तक फाइल नहीं की पास'
उनका कहना है कि वाटर रिसोर्स बॉडी बनाने के योजना की फाइल उपराज्यपाल विनय सक्सेना के पास भेजी गई है, लेकिन वो अब तक वहां अटकी पड़ी है. अगर एलजी ने इस योजना की फाइल को पास नहीं कि तो, दिल्ली की जनता को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि घटते भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए वाटर रिसोर्स बॉडी के अलावा कोई और विकल्प नहीं है.
तालाब-झीलों को वाटर बॉडी बनाने का काम भी अधर में लटका
संजीव झा ने कहा कि दिल्ली के कई ऐसे तालाब और झील जो बदहाल हो कर कूड़े के ढेर में तब्दील हो चूके थे, उसे दिल्ली सरकार ने विकसित कर वाटर रिसोर्सेज बॉडी के रूप में तब्दील किया. इसके सौंदर्यीकरण के बाद आस-पास का माहौल भी खुशनुमा हो गया, लेकिन कई ऐसे तालाब अभी भी बचे हैं जो बदहाली की मार झेल रहे हैं. उन्हें भी विकसित कर वाटर बॉडी बनाया जाना था, लेकिन उन कार्यों के भी अधूरे पड़े होने की वजह से दिल्ली सरकार के लाखों करोड़ रुपये बर्बाद होते नजर आ रहे हैं.
पानी के लिए परेशान होने की जरूरत नही: सौरभ भारद्वाज
वहीं दिल्ली सरकार में जल मंत्री बने सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जनता को पानी के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है. थोड़ी बहुत परेशानी होगी, जिसे जल्द ही सुलझा दिया जाएगा. पिछले 8 सालों से लगातार जल बोर्ड का कार्य प्रगति के ओर बढ़ रहा है. इसमें बाधाएं आती हैं, जिसे वे निपटाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. जल्द ही दिल्ली को पीने का पानी पूरी तरह मुहैया कराने की कोशिश में जुटे हैं. अब टैंकर माफिया पर पब्लिक को परेशान करने की वजह भी नहीं मिलेगी, क्योंकि हर पानी टैंकर में जीपीएस लगा दिया गया है. इसके बाद जब तक पानी नहीं पहुंचेगा अपने निर्धारित जगह पर तब तक उन्हें पेमेंट नहीं दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें- Delhi: स्कूली बच्चों के लिए केजरीवाल सरकार का फैसला, अब YouTube पर शुरू की ये पहल
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)