(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Weather Forecast: मार्च से मई के दौरान इन राज्यों में पारा रहेगा हाई, जानें- कहां-कहां चलेगी गर्मी की लहर
IMD Weather Forecast: मौसम विभाग के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के आसपास के क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा दर्ज होगी.
IMD Weather Forecast: देश के कई हिस्सों में सर्दी के इस सीजन में कड़ाके की ठंड पड़ी. हाल ये है कि मार्च का महीना शुरू हो गया है, लेकिन अभी भी सुबह-शाम ठंड महसूस की जारी है. हालांकि अब भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जो पूर्वानुमान लगाया है उसके मुताबिक आने वाले दिनों में भीषण गर्मी पड़ेगी. इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अभी से ही कई राज्यों में तापमान सामान्य से ज्यादा दर्ज हो रहा है और गर्मी का एहसास भी होने लगा है.
मंगलवार को मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए कहा कि मार्च से मई महीने के दौरान गंगा के मैदानी इलाकों में गर्मी की लहरों की संख्या सामान्य से कम रहने की संभावना है. वहीं पश्चिमी, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के क्षेत्रों के साथ-साथ पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान रहने का अनुमान है. मौसम विभाग के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश और उत्तरी महाराष्ट्र के आसपास के क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने दर्ज होगी.
यहां न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना
इसके अलावा पूर्वी अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर और नागालैंड में भी ऐसा ही मौसम रहने वाला है. मौसम विभाग ने कहा कि मार्च में गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में सामान्य से थोड़ा अधिक तापमान होने की संभावना है. हालांकि मौसम विभाग ने संकेत दिया कि उत्तर पश्चिम और मध्य भारत (गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश) जैसे 'सामान्य तापमान से अधिक' क्षेत्रों में हीट वेव की फ्रीक्वेंसी मार्च में कम होगी. उत्तर पश्चिम और पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
जानें- यूपी और बिहार में कैसा रहेगा तापमान
वहीं पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु में अधिकतम तापमान सामान्य या सामान्य से कम रहने का अनुमान है. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि गर्मियों के दौरान पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में हीटवेव की संभावना अधिक होगी, जबकि भारत-गंगा के मैदानी इलाकों में हीटवेव तुलनात्मक रूप से कम होगी. इसी तरह अगले तीन महीनों के दौरान पूर्व और उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम और पश्चिमी भारत में गर्म रातें रहने का अनुमान है, जबकि मई तक दक्षिणी भारत में ठंडी रातें बनी रहेंगी.
समुद्र की सतह में होने वाले बदलाव की निगरानी कर रहा मौसम विभाग
एम. महापात्र ने बताया कि इस बार दिन का तापमान सामान्य से अधिक रहेगा. अल नीनो के दौरान हीट वेव अधिक तेज होती हैं. प्रशांत और हिंद महासागर में समुद्र की सतह के तापमान की स्थिति में परिवर्तन भारतीय जलवायु को प्रभावित करने के लिए जाना जाता है. उन्होंने कहा कि मौसम विभाग समुद्र की सतह में होने वाले बदलाव की निगरानी कर रहा है. भारत में गर्मी आधिकारिक तौर पर मार्च में शुरू होती है और जून के मध्य तक या जब तक मानसून की बारिश उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत के क्षेत्रों तक नहीं पहुंच जाती है, तब तक जा सकती है.
गर्मी की लहर कब की जाती है घोषित
आपको बता दें कि मैदानी इलाकों के लिए अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री अधिक होने पर गर्मी की लहर घोषित की जाती है. मौसम विभाग के अनुसार, सामान्य तापमान से 6.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने पर गंभीर गर्मी की लहर घोषित की जाती है. मौसम विभाग ने यह भी कहा कि भारत में सर्दियों के मौसम में 44 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है. देश में 2021 और 2020 में भारी बारिश की 18 घटनाएं और 2019 में 82 घटनाएं देखी गईं.
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