Delhi Weather Update: दिल्ली एनसीआर में गर्मी का कहर होली के बाद और तेज हो गया है. गुरुवार सुबह न्यूनतम तापमान 17 से 18 डिग्री के बीच दर्ज किया गया. भारत मौसम विभाग के मुताबिक आज अधिकतम तापमान 31 से 32 डिग्री रहने की उम्मीद है. आगामी दो दिनों में अधिकतम तापमान बढ़कर 34 डिग्री तक पहुंच सकता है. आज दिल्ली के अलग-अलग इलाकों न्यूनतम तापमान 17 डिग्री से 20 के बीच रहा. इस बीच दिल्ली में मौसम में आए बदलाव के बाद से कोरोना इन्फ्लूएंजा स्ट्रेन जैसे मरीज भी सामने आने लगे हैं. इस मामले में डॉक्टरों का कहना है कि लोगों को अगामी कुछ दिनों तक संभलकर रहने की जरूरत है. 


दिल्ली एनसीआर में COVID-19 जैसे लक्षण वाले इन्फ्लूएंजा स्ट्रेन के मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण भारत में चिंता बढ़ रही है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इस बीमारी की पहचान इन्फ्लुएंजा A सबटाइप H3N2 के रूप में की है, जिस कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है. चिंता की बात ये है कि दिल्ली और एनसीआर में वायरल इंफ्लूएंजा H3N2 के मरीज तेजी बढ़ रहे हैं.इससे प्रभावित लोगों में तेज बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ 3 सप्ताह तक बनी रह सकती है.डॉक्टर इससे प्रभावित लोगों को एंटीबायोटिक्स न लेने की सलाह दे रहे है.


इस बीमारी के विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरल कई और वायरल संक्रमणों की तुलना में ज्यादा समय तक बना रहता है.इससे ज्यादा प्रभावित मरीजों को ICU तक में भर्ती करना पड़ रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि इस वायरल से पार पाने की हमारी तैयारी पूरी है. सस्पेक्टेड पेशेंट के लिए ये कमरा बनाया गया है , पॉजिटिव आने पर उनका इलाज यहीं हो रहा है.इन्फ्लूएंजा H3N2 की विशेषज्ञ डॉक्टर श्रुति शर्मा का कहना है कि इस वायरस के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. इसका कारण अचानक मौसम में आया बदलाव हो सकता है.कुछ मरीजों को आईसीयू में भी भेजना पड़ रहा है.आम तौर पर खांसी, बुखार तीन से चार दिन में ठीक हो जाता है, लेकिन वायरल को ठीक होने में 7 से 10 दिन का समय लग रहा है.


क्या करें 



  • बुखार और बदन दर्द होने पर पैरासिटामोल ले सकते हैं लेकिन डॉक्टर की सलाह लें. 

  • अपनी नाक और मुंह को छूने से बचें.

  • फेस मास्क पहनें और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें.

  • हाइड्रेटेड रहें और खूब सारे फ्लूड्स का सेवन करें.

  • खांसते और छींकते समय अपनी नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढक लें.


क्या न करें 



  • खुद दवाई ना लें, एंटीबायोटिक्स और दूसरी दवाएं डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही लेनी चाहिए.

  • दूसरों के पास बैठकर खाना ना खाएं.

  • जहां तक संभव हो,उचित दूरी बनाए रहें.


बता दें कि मौसम में बदलाव के बीच भारत में इंफ्लुएंजा के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा देखा जा रहा है. मरीजों में तेज बुखार और लगभग दो हफ्ते तक लगातार खांसी जैसे लक्षण मिल रहे हैं.विशेषज्ञों के मुताबिक फरवरी के महीने में मौसम में आया तीव्र परिवर्तन और प्रदूषण का साथ वायरल संक्रमण के मरीजों की संख्या को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है.वायरल संक्रमण के मरीजों में खांसी और तेज बुखर के जैसे लक्षण मिल रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि फरवरी के महीने में मौसम में अचानक आए परिवर्तन और प्रदूषण इसकी वजह हो सकती है.


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