Lok Sabha Elections 2024: दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर क्या रहा था कांग्रेस, बीजेपी और AAP का समीकरण?
Delhi Politics: दिल्ली में आप-कांग्रेस के बीच तय फॉर्मूले पर लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर गठबंधन के बावजूद बीजेपी को सियासी मात देने के लिए अतिरिक्त वोट दोनों को जुटाने होंगे.
Delhi News: दिल्ली लोकसभा की सात सीटों पर चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन लगभग तय हो गया है. हालांकि, इसकी अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में गठबंधन का फॉर्मूला फाइनल हो गया है. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने 4-3 का फॉर्मूला दिया है. फार्मूले के हिसाब से 4 सीट पर आम आदमी पार्टी और 3 सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी. जबकि कांग्रेस 4 सीटों की मांग कर रही है. फॉर्मूला तो तय हो गया है, लेकिन कांग्रेस की एक सीट की मांग के चलते अभी ऐलान नहीं हो सका है. अगर इस फार्मूले पर गठबंधन होता है तो दिल्ली में बीजेपी के लिए साल 2014 और 2019 के रिजल्ट को इस बार भी रिपीट करना मुश्किल भरा साबित होगा.
अगर दिल्ली लोकसभा चुनाव परिणाम 2019 पर नजर डाले तो आप-कांग्रेस गठबंधन को मिलकर भी बीजेपी को दिल्ली में सियासी मात देना आसान नहीं होगा. बीजेपी को पांच साल पहले के लोकसभा चुनाव में अकेले 56.9 फीसद मत मिले थे. इसके दम पर बीजपी सभी सात सीटें लोकसभा चुनाव 2014 की तरह जीतने में कामयाब हुई थी. लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस को राजधानी में 22.5 फीसदी लोगों का समर्थन मिला था. जबकि तीसरे नंबर पर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी रही थी, जिसे सबसे कम यानि 18.1 फीसद मतदाताओं का समर्थन मिल पाया था.
2019 में BJP को अकेले मिले थे 56.9% वोट
मत फीसद के लिहाज से देखें तो दोनों पार्टी के समर्थकों को एक साथ कर देने पर भी आप-कांग्रेस गठबंधन और बीजेपी के बीच वोट फीसद के अंतर का 16.3 फीसद की बढ़त से बीजेपी के पक्ष में रहता है. ऐसे में आप-कांग्रेस गठबंधन को न केवल पुराने मतदाताओं को खुद से जोड़कर रखना होगा, बल्कि नये मतदाताओं को भी गठबंधन के पक्ष में मतदान करने के लिए राजी करना होगा. लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी सातों सीटों पर कुल डाले गए मतों में से 49,08,541 मत मिले थे. जबकि दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस को 19,53,900 मतदाताओं का समर्थन मिला था. वहीं आम आदमी पार्टी को 15,71,687 मत मिले थे.
लोकसभा चुनाव 2019 में चांदनी चौक सीट से बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को 62.78 फीसद,, उत्तर दिल्ली मनोज तिवारी को सबसे ज्यादा 63.86 फीसद, पूर्वी दिल्ली सीट से गौतम गंभीर को 61.7 फीसद,, नई दिल्ली से केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी को 56.91 फीसद, उत्तर पश्चिम दिल्ली हंसराज हंस को 58.97 फीसद, पश्चिम दिल्ली प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को 60.82 फीसद, दक्षिण दिल्ली से रमेश बिधूड़ी को 58.75 फीसद मतदाताओं का समर्थन मिला था. दक्षिणी दिल्ली को छोड़कर सभी सीटों पर कांग्रेस दूसरी नंबर की पार्टी रही थी.