Delhi News: दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. दरअसल, दिल्ली पुलिस ने मैक्सिको में वहां के स्थानीय प्रशासन की मदद से दिल्ली एनसीआर में वॉन्टेड क्रिमिनल दीपक बॉक्सर को गिरफ्तार किया और उसको दिल्ली लेकर आ गए हैं. इस दौरान दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के सीपी ने कहा कि, दिल्ली एनसीआर में दीपक बॉक्सर से बड़ा कोई गैंगस्टर नहीं था, हमने इसको गिरफ्तार कर लिया है और अब इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
वहीं सीपी ने आगे बताया कि अब जब उसे भारत लाया गया है तो उससे दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में एक बिल्डर की हत्या सहित अन्य मामलों में पूछताछ की जाएगी. ऐसे में आईये जानते हैं कि कौन हैं दीपक बॉक्सर जिसे दिल्ली पुलिस पकड़ कर भारत लाई है. दरअसल, दीपक बॉक्सर अमित गुप्ता की हत्या के सिलसिले में वांछित था जिसकी पिछले साल 23 अगस्त को उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. गोगी-दीपक बॉक्सर गिरोह के शार्पशूटर अंकित गुलिया ने कथित तौर पर गुप्ता की हत्या की थी.
कौन है दीपक बॉक्सर?
- हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले दीपक पहल, जिन्हें अब दीपक बॉक्सर के नाम से जाना जाता है. एक राष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाजी चैंपियनशिप में विजेता थे. वहीं अपराध की दुनिया में उसकी एंट्री 2014-15 के आसपास हुई जब उसकी मुलाकात बदमाश जितेंद्र मान उर्फ गोगी से जुड़े स्थानीय अपराधी मोहित से हुई.
- दीपक अपने मुक्केबाजी के कारण तुरंत ही गोगी के समूह में फेमस हो गया. वहीं पहली बार 2016 में गिरफ्तार किया गया था क्योंकि उसके 10 सदस्यीय गिरोह ने गोगी को पुलिस से भागने में मदद की थी.
- इसके बाद दीपक बॉक्सर 2017 में जमानत पर जेल से रिहा हुआ और उसने अपनी आपराधिक गतिविधियों को फिर से शुरू कर दिया.वहीं गोगी की गिरफ्तारी के बाद माना जा रहा था कि दीपक गिरोह का कारोबार संभाल रहा था. वहीं 2021 में गोगी के शूटआउट के बाद दीपक गिरोह का सरगना बन गया.
- वहीं गोगी के सहयोगी फज्जा को पुलिस हिरासत से भगाने में दीपक की अहम भूमिका थी. पुलिस ने कहा कि दीपक लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर भी काम कर रहा है.
- दीपक इस साल जनवरी में भारत से भाग गया था और अब मैक्सिको से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा है.
- दीपक बॉक्सर ने कथित तौर पर रवि अंतिल के नाम से बरेली से फर्जी पासपोर्ट बनवा कर और कोलकाता से दुबई के लिए उड़ान भरी थी. दुबई से दीपक अल्माटी, कजाकिस्तान, तुर्की और स्पेन होते हुए मैक्सिको पहुंचा था.
- पुलिस को संदेह है कि दीपक के कैलिफोर्निया स्थित चचेरे भाई ने उसे मैक्सिको तक पहुंचने में मदद की थी.
- वहीं दीपक अमेरिका में पहुंचने और दिल्ली-एनसीआर में आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखने की योजना बना रहा था.
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले साल अगस्त में दिल्ली पुलिस को देश या विदेश में छिपे अपराधियों और आतंकवादियों का कानूनी रूप से पकड़ने का निर्देश दिया था. ऐसे में पुलिस कहना है कि गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह ऑपरेशन हुआ.
- कैसे पकड़ा गया दीपक? दिल्ली पुलिस की दो सदस्यीय टीम को मैक्सिको भेजा गया क्योंकि पुलिस स्पेशल सेल को दीपक बॉक्सर के वहां होने की पुख्ता खबर थी. साथ ही स्थानीय अधिकारियों द्वारा दोनों देशों के पुलिसकर्मियों की मदद की गई. इस मामले में दूतावास ने भी मदद की.