कौन हैं रघुविंदर शौकीन? जो कैलाश गहलोत के इस्तीफे और BJP में शामिल होने के बाद बने दिल्ली के मंत्री
Delhi Cabinet New Minister: आप विधायक रघुविंदर सिंह शौकीन ने मंत्री बनाए जाने का ऐलान होने के बाद बीजेपी को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमेशा जाट समाज के खिलाफ काम किया है.
Who is Raghuvinder Shokeen: आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री रहे कैलाश गहलोत द्वारा पार्टी और पद से इस्तीफा देने के बाद नांगलोई जाट सीट से विधायक रघुविंदर शौकीन आतिशी सरकार में नए कैबिनेट मंत्री होंगे. आम आदमी पार्टी ने सोमवार (18 नवंबर) को इसका ऐलान किया. शौकीन बाहरी दिल्ली से जाट नेता हैं. दरअसल, एक दिन पहले ही जाट नेता और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.
आप विधायक रघुविंदर शौकीन ने कहा कि आम आदमी पार्टी हर समाज को साथ लेकर चलती है. बीजेपी धर्म जाति में बाटने का काम करती है. उसका उदाहरण हरियाणा चुनाव है. दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने मुझे दिल्ली के लोगों की सेवा और विकास करने का मौका दिया है. बीजेपी के शासन का मतलब ही हिंसा, लड़ाई-झगड़े और दंगा है. इनकी सभी सरकारों में ऐसा ही होता है. मणिपुर में आग लगी हुई है और राज्य फिर से पुराने दौर में चला गया है. BJP को सोचना चाहिए कि यह क्यों हुआ?
आम आदमी पार्टी सभी समाज को साथ लेकर चलती है। बीजेपी ने हमेशा ही जाट समाज के ख़िलाफ़ काम किया है।
— AAP (@AamAadmiParty) November 18, 2024
मैं @ArvindKejriwal जी का आभार व्यक्त करना चाहूंगा कि उन्होंने मुझे दिल्ली के लोगों की सेवा और विकास करने का मौक़ा दिया है। @MLANangloiJat pic.twitter.com/7IFW7qgoQU
जानें रघुवेंद्र शौकीन के बारे में सबकुछ
साल 2020 में रघुविंदर शौकीन नांगलोई जाट से दूसरी बार विधायक बने थे. कैलाश गहलोत के इस्तीफे के बाद उन्हें आतिशी कैबिनेट में शामिल होने का मौका मिला है. कैलाश गहलोत की कमी को वह पूरा करेंगे.
रघुविंदर शौकीन भी मनीष सिसोदिया के ज्यादा करीब माने जाते हैं.रघुविंदर पेशे से सिविल इंजीनियर रहे हैं. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी काम किया है.
हरियाणा में जन्मे घुविंदर शौकीन एनआईटी कुरुक्षेत्र से इंजीनियरिंग में की डिग्री हासिल की. वह कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय थे. 2015 के विधानसभा चुनाव में राघवेंद्र शौकीन पहली बार नांगलोई जाट सीट से विधायक बने थे. साल 2020 के चुनाव में भी इस सीट से उन्होंने जीत दर्ज की थी.
बता दें कि दिल्ली में जाट मतदाताओं की संख्या लगभग 10 प्रतिशत है. 8 सीटों पर जाट मतदाता प्रत्याशियों की हार जीत का फैसला करते हैं. हरियाणा बॉर्डर से लगे करीब 364 गांवों में जाटों का दबदबा है. इस लिहाज से जाट समुदाय के राघवेंद्र शौकीन को कैबिनेट में जगह देकर आप ने जाट वोटर्स को साधने की कोशिश की है.
साल 2020 विधानसभा चुनाव में 8 जाट बहुल सीटों में 5 पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की थी. जबकि 3 पर बीजेपी ने कब्जा किया था.
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