Punjab Or Haryana: अपने-अपने दावे अपनी जगह, आंकड़ों की जुबानी पराली जलाने में कौन है अव्वल
Delhi AQI Today: आप नेताओं के मुताबिक दिल्ली में प्रदूषण के 70% मामले के लिए हरियाणा सरकार का उदासीन तो बीजेपी वाले पंजाब में पराली जलाने की घटना को प्रमुख वजह मानते हैं.
Delhi Air pollution News: देश की राजधानी में दिल्ली में प्रदूषण का खतरा चरम पर है. गंभीर स्तर पर प्रदूषण में बढ़ोतरी को देखते हुए ग्रैप-4 को दिल्ली में लागू कर दिया गया है. कमर्शियल वाहनों का दिल्ली में प्रवेश पर रोक है. इस बीच आप और बीजेपी के नेता एक-दूसरे को बेकाबू प्रदूषण के लिए दोषी ठहरा रहे हैं. बीजेपी के नेता जहां आंकड़ों के साथ पंजाब में पराली जलने की घटना को इसके लिए जिम्मेदार मानते हैं तो आप नेताओं का आरोप है कि दिल्ली में प्रदूषण के 70 फीसदी मामले हरियाणा सरकार की प्रदूषणा नियंत्रण के खिलाफ उदासीन रवैया है.
हरियाणा सरकार की लापरवाही से है दिल्ली में बेकाबू प्रदूषण
आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने CAQM के आंकड़ों के आधार पर दावा किया है कि पंजाब में पिछले साल से इस बार 50 से 67 प्रतिशत कम पराली जली है. पंजाब की पराली यहां से 500 किलोमीटर दूर है. हरियाणा करीब 100 किलोमीटर दूर है। इस बात की समीक्षा होनी चाहिए कि खट्टर सरकार ने क्या किया? इसके अलावा उन्होंने प्रदूषण के कारणों को गिनाते हुए कहा कि हरियाणा में प्रदूषण करने वाली BS3 बसें चलती हैं, जो दिल्ली में आती हैं. 100 EV बसें लेने पर हरियाणा अभी विचार कर रही है, ली नहीं है. घंटों बिजली कट, घरों में डीजल जनरेटर का चलना, पराली के लिए कोई डंपिंग ग्राउंड नहीं होना हरियाणा में प्रदूषण के प्रमुख कारण हैं. इसके उलट पंजाब में 9 डंपिंग ग्राउंड बनाए गए हैं. दिल्ली में जहां 23.6 प्रतिशत ग्रीन कवर है. इसके उलट हरियाणा में सिर्फ 3.6 प्रतिशत.
70% पॉल्यूशन बीजेपी शासित राज्यों से
आप नेता रीना गुप्ता ने केंद्र सरकार की वेबसाइट SAFAR के हवाले से दावा किया है कि सिर्फ 30 से 32 प्रतिशत प्रदूषण दिल्ली के कारण है. शेष प्रदूषण दिल्ली से लगे पड़ोसी राज्यों के जिलों से हो रहा है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. साफ है कि बीजेपी को काम नहीं हर मसले पर सिर्फ दुष्प्रचार करना आता है.
2 से 4 नवंबर के बीच पंजाब में पराली के 5140 केस दर्ज
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली में प्रदूषण के लिए दिल्ली सरकार को दोषी करार दिया है. उन्होंने सोमवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को धुएं की नगरी में बदल दिया. कल अकेले पंजाब में पराली जलाने के 3230 केस रजिस्टर हुए हैं लेकिन पंजाब पर आप एक शब्द नहीं बोलेंगे क्योंकि वहां पर आपकी सरकार है। पिछले 9 सालों में प्रदूषण को लेकर अपने एक भी गंभीर चर्चा नहीं की, सिर्फ प्रतिबंध लगाने से प्रदूषण कम नहीं होगा, ठोस उपाय करना पड़ेगा। दिल्ली को प्रदूषित करने के जिम्मेदार आप हैं। इसी तरह एक दिन पहले वीरेंद्र सचदेवा ने सरकारी आंकड़ों के आधार पर दावा किया था कि 2 से 4 नवंबर के बीच पंजाब में पराली जलाने की 5,140 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि हरियाणा में 175 मामले दर्ज किए गए। इसके बावजूद आप नेता हरियाणा और यूपी को दोषी ठहराएंगे।
प्रवेश वर्मा: दिल्ली सरकार की लापरवाही पर उठाए सवाल
पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने पोस्ट एक्स कर दावा किया थ्ज्ञा कि साल 2021 में करोड़ों रूपये खर्च कर कनॉट प्लेस में Smog Tower लगवाए गए. अरविंद केजरीवाल सरकार ने करोड़ों रूपये इसके प्रचार और रखरखाव पर उड़ा दिए गए, लेकिन ये जब से लगे हैं तभी से इनपर ताला लगा हुआ। जबकि दिल्ली में AQI 500 पार है. उन्होंने दिल्ली के सीएम से पूछा है कि अरविंद केजरीवाल जी आपको जनता का दर्द महसूस हो रहा है या नहीं.
पराली के 78% मामले पंजाब से
वहीं, दिल्ली बीजेपी नेता हरीश खुराना में दिल्ली में प्रदूषण के लिए पंजाब की पराली को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि अक्टूबर से दिसंबर के दौरान प्रदूषण की मुख्य वजह हर साल पराली होता है. इस बार पिछले 8 दिनों में प्रदूषण के लिए पराली सबसे बड़ा कारण है. 17 हजार से ज्यादा मामले सामने आये हैं. इनमें अकेले पंजाब से 78 प्रतिशत यानी 13000 केसेज पंजाब से पराली जलाने के सामने आये हैं. सिर्फ 5 नवंबर को ही लें तो 3230 मामले में पंजाब से पराली के सामने आये हैं. दसरी तरफ हरियाणा से 5 नवंबर को केवल 150 मामले सामने आये हैं. पिछले एक माह में हरियाणा में पराली जलाने के 2000 मामले दर्ज हुए हैं.