Delhi: कौन हैं विजेंद्र गुप्ता? जो एक साल के लिए दिल्ली विधानसभा से हुए सस्पेंड
Who Is Vijender Gupta: बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता को दिल्ली विधानसभा के स्पीकर रामनिवास गोयल ने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में एक साल के लिए सस्पेंड किया है.
Vijender Gupta News: दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) के स्पीकर रामनिवास गोयल (Ram Niwas Goel) ने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में मंगलवार को बीजेपी (BJP) के विधायक विजेंद्र गुप्ता को एक साल के लिए यानी अगले बजट सत्र तक निलंबित कर दिया. इससे पहले दिन में विजेंद्र गुप्ता ने बजट विवरण कथित रूप से लीक करने पर विशेषाधिकार उल्लंघन का नोटिस दिया था. इस पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि नियमों के मुताबिक इस तरह का नोटिस तीन घंटे पहले दिया जाना चाहिए. आप यह भी कह रहे हैं कि इस पर चर्चा होनी चाहिए. ऐसा लगता है कि इसका उद्देश्य हंगामा करना और सदन का समय बर्बाद करना है.
दोपहर दो बजे के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई, तो विजेंद्र गुप्ता ने फिर से इस मुद्दे को उठाया. इसके बाद आप विधायक संजीव झा ने उन्हें एक साल के लिए निष्कासित करने की मांग की. इस दौरान स्पीकर और विजेंद्र गुप्ता की बीच इस मामले में तीखी नोक झोंक भी हुई. इस पर स्पीकर ने विजेंद्र गुप्ता ने उन्हें अगले बजट सत्र तक सदन से बाहर रखने का फैसला सुनाया.
कौन हैं विजेंद्र गुप्ता?
विजेंद्र गुप्ता दिल्ली के रोहिणी से बीजेपी के विधायक हैं. विजेंद्र गुप्ता का जन्म 14 अगस्त 1963 को हुआ था. उन्होंने श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से पढ़ाई की है. 1983 में जनता विद्यार्थी मोर्चा के सचिव के रूप में उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. साल 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी विजेंद्र गुप्ता रोहिणी से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे. 2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 3 सीटों पर जीत हासिल की थी, विजेंद्र गुप्ता की एक सीट भी उनमें शामिल थी.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं विजेंद्र गुप्ता
विजेंद्र गुप्ता दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं. विजेंद्र गुप्ता दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं. इस दौरान सदन में एक बार वे मेज पर भी चढ़ गए थे. वहीं वैट संशोधन के कागजात को फाड़ दिया था. एक बार उन्हें सदन की कार्यवाही से मार्शल के जरिए बाहर करा दिया गया था. ऐसे में विजेंद्र गुप्ता कई बार विवादों में भी रह चुके हैं. एसमीडी स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. वह तीन बार रोहिणी से पार्षद रहे हैं. इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं.