Delhi News: केंद्र सरकार द्वारा अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बेअसर करने के खिलाफ आम आमदी पार्टी की ओर से आज रामलीला मैदान में आयोजित महारैली में भारी संख्या में लोग शामिल हुए. महारैली में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल भी शामिल हुए. उनके शामिल होने को लेकर सुबह से ही चर्चा थी कि आखिर आप के नेताओं ने रैली में शामिल होने के लिए सिर्फ कपिल सिब्बल को ही क्यों आमंत्रित किया. महारैली में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने चर्चा को लेकर अपनी​ स्थिति स्पष्ट कर दी है. 


सीएम अरविंद केजरीवाल ने रामलीला मैदान पहुंचे लोगों से कहा कि मोदी सरकार ने दिल्ली की जनता के अधिकारों को छीनने के लिए Supreme Court के फैसले को खारिज कर दिया. इस फैसले को लेकर लोगों में विरोधियों द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है. यही वजह है कि इस फैसले को समझाने के लिए हमने देश के जाने माने अधिवक्ता कपिल सिब्बल जी को इस मंच पर आमंत्रित किया है. आमंत्रण को स्वीकार कर महारैली में शामिल होने के लिए मैं कपिल सिब्बल साहब का दिल से शुक्रिया अदा करता हूं.



Supreme Court को नहीं मानता!


अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि जब PM Modi कहते हैं कि मैं Supreme Court के फैसले को नहीं मानता तो इसे ही Hitler शाही कहते हैं. मोदी जी का काला अध्यादेश कहता है- मैं जनतंत्र को नहीं मानता, अब दिल्ली के अंदर तानाशाही चलेगी. अब जनता सुप्रीम नहीं, LG सुप्रीम है. उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा प्रधानमंत्री आया, जो Supreme Court को नहीं मानता! गली-गली में चर्चा है, ये Modi जी को क्या हो गया? इतना अहंकार? बता दें कि आप की महारैली को केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है. वहीं कुछ लोग इसे लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आप की ओर से आगाज भी मान रहे हैं. 


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