Delhi Liquor Scam: KCR की बेटी के. कविता का साउथ ग्रुप से क्या है रिश्ता, उनपर पर क्यों लटकी है गिरफ्तारी की तलवार?
Delhi Excise policy Case: जब भी दिल्ली लिकर स्कैम को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसियां कोई कार्रवाई करती है कि तो के. कविता का नाम सुर्खियों में आ जाता है.
ED interrogating K Kavita on Delhi Excise policy: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी और बीआरएस एमएलसी के. कविता पिछले एक साल से सुर्खियों में हैं. इसकी वजह दिल्ली लिकर स्कैम से जुड़े साउथ ग्रूप से उनके नाम का जुड़ा होना है. यही वजह है कि सीबीआई द्वारा अगस्त 2022 में दिल्ली आबकारी नीति मामले में एक एफआईआर दर्ज होने के बाद से वह सुर्खियों में हैं. जब भी दिल्ली लिकर स्कैम को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसियां कोई कार्रवाई करती है कि तो के. कविता का नाम सुर्खियों में आ जाता है. खासतौर से साउथ ग्रुप की वजह से उनका नाम शराब घोटाले में बार-बार उछाला जा रहा है. ईडी इसी मामले में शनिवार को केसीआर की बेटी के. कविता को पूछताछ कर रही है.
दरअसल, दिल्ली शराब घोटाले के तार साउथ लॉबी से जुड़ें हैं. ईडी की चार्जशीट और सिसोदिया की रिमांड अर्जी में के. कविता का जिक्र है. हैदराबाद के एक कारोबारी की गिरफ्तारी से इस बात का खुलासा हुआ था.
ED का दावा है कि कविता का सहयोगी अरुण रामचंद्रन पिल्लई है. पिल्लई इस मामले में पहले ही गिरफ्तार हो चुका है. कथित तौर पर साउथ लॉबी से पिल्लई ने ही आप को 100 करोड़ दिलाए थे. ईडी से पूछताछ में अरुण पिल्लई यह स्वीकार कर चुका है कि वो कविता का प्रतिनिधि है. फिलहाल, कारोबारी पिल्लई 12 मार्च तक ईडी की रिमांड पर है.
ये है 'साउथ ग्रुप' से के. कविता का रिश्ता
दक्षिण भारत के कुछ प्रभावशाली नेताओं व शराब कारोबारियों के एक समूह 'साउथ ग्रुप' का नाम साउथ ग्रुप है. ईडी के दावों के मुताबिक इसी साउथ ग्रुप ने दिल्ली के आबकारी नीति घोटाले में 'आप' को कथित तौर पर 100 करोड़ रुपए रिश्वत दी थी. इस ग्रुप से आंध्र प्रदेश से वाईएसआरसीपी के सांसद मगुंता श्रीनिवासुलु रेड्डी व तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कल्वाकुंतला कविता प्रमुख सदस्य हैं. यही वजह है कि दिल्ली शराब घोटाला सामने आने के बाद से के. कविता सुर्खियों में हैं और इसी मसले पर ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है. बता दें कि के. कविता तेलंगाना के सीएम केसीआर की बेटी और बीआरएस की एमएलसी हैं. साल 2014 में वह निजामाबाद से सांसद चुनी गईं थीं. 2019 में वह लोकसभा चुनाव हार गईं.
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