Union Minister Harsh Malhotra: लोकसभा चुनाव 2024 में दिल्ली की सात सीटों में से सिर्फ एक सीट पर अपने प्रत्याशी को रीपिट किया था. उस सीट का नाम है, उत्तर पूर्वी दिल्ली.  इस सीट पर बीजेपी ने भोजपुरी गायक मनोज तिवारी को ​तीसरी बार टिकट दिया था. उन्होंने पार्टी के भरोसे के बरकरार रखते हुए लगातार तीसरी बार जीत हासिल की, लेकिन जब केंद्र सरकार में मंत्री बनने की बारी आई तो पार्टी नेतृत्व ने तिवारी की जगह पहली बार पूर्वी दिल्ली से सांसद बने हर्ष मल्होत्रा को तवज्जो देना बेहतर समझा. 


दरअसल, हर्ष मल्होत्रा उन 71 सांसदों में शामिल हैं, जिन्हें नौ जून 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नवगठित काउंसिल आफ मिनिस्टर्स में जगह मिली है. हर्ष मल्होत्रा को राज्य मंत्री बनाया गया है. उसके बाद से चर्चा यह है कि आखिर तीन बार के सांसद मनोज तिवारी को छोड़कर बीजेपी ने हर्ष मल्होत्रा को मंत्री क्यों बनाया?


तो इस वजह से बने केंद्रीय मंत्री 


दिल्ली के सियासी जानकारों का इस मामले में कहना है कि हर्ष मल्होत्रा छात्र जीवन से ही बीजेपी से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े रहे हैं. बीजेपी से उनका जुड़ाव लगभग चार दशक से है. उन्हें पार्टी के नीचे से लेकर ऊपर तक बीजेपी के कार्यकर्ता और नेता सीधे तौर पर जानते हैं. दूसरी बात यह है कि दिल्ली बीजेपी में कई लॉबी है, उसमें सबसे सशक्त लॉबी पंजाबी-बनिया लॉबी गुट से उनका पुराना ताल्लुक है. तीसरी बात यह है कि मल्होत्रा पहले पार्षद बने, फिर ईडीएमसी में मेयर रहे और लंबे समय तक उन्होंने संगठन की जिम्मेदारी को निभा चुके हैं. दिल्ली बीजेपी के लिए उन्होंने काफी काम किए हैं. पार्टी के प्रति उनकी वैचारिक प्रतिबद्धता भी अहम पहलुओं में शामिल है. 
 
संगठनात्क कौशल के बल पर बनाई अलग पहचान 


पहली बार सांसद बने केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा अपने संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने दिल्ली में पार्टी को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर पर काम किया. फिर, हर्ष मल्होत्रा ​​​​को मंत्री पद के लिए तीन बार के सांसद मनोज तिवारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज की तुलना में ज्यादा पसंद किया गया. 


हर्ष मल्होत्रा ​​​​अपने प्रतिद्वंद्वी इंडिया ब्लॉक के कुलदीप कुमार को 93,663 मतों से हराने में सफल रहे. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नवगठित मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री के रूप में मल्होत्रा ​​को शामिल किए जाने का स्वागत किया. सचदेवा ने कहा कि मल्होत्रा ​​उनके लंबे समय के सहयोगी रहे हैं, जिन्होंने अपने तीन दशक से अधिक लंबे राजनीतिक जीवन में राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी को मजबूत करने के लिए काम किया. 


'उनका मंत्री बनना जमीनी कार्यकर्ताओं का सम्मान'


दिल्ली बीजेपी प्रमुख ने विश्वास व्यक्त किया कि मल्होत्रा ​​का केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होना दिल्ली के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के लिए सम्मान है. इससे राजधानी में केंद्र प्रायोजित विकास कार्यों को और मजबूत करने में मदद मिलेगी. हर्ष मल्होत्रा ​​वर्तमान में बीजेपी दिल्ली इकाई के महासचिव प्रभारी हैं. 


कौन हैं हर्ष मल्होत्रा?


हर्ष मल्होत्रा ​​ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और 1987 में उसी विश्वविद्यालय से एलएलबी भी की. वे पहली बार 2012 में वेलकम कॉलोनी से तत्कालीन पूर्वी दिल्ली नगर निगम के पार्षद बने. बीजेपी नेता को 2015-16 में महापौर के रूप में कार्यभार संभालने से पहले नागरिक निकाय की शिक्षा समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. 


नई पहल के समर्थक 


ईडीएमसी की शिक्षा समिति के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने 398 नगरपालिका स्कूलों के लगभग 60 हजार प्राथमिक छात्रों के लिए कुपोषण को मिटाने के उद्देश्य से ''सुपोषण'' कार्यक्रम शुरू किया और पूरा किया. उन्होंने निर्माण और भवन के कचरे से धन बनाने, नगरपालिका के कचरे से बिजली बनाने जैसी परियोजनाएं शुरू कीं। मल्होत्रा ​​​​दधीचि देह दान समिति के संस्थापक सदस्य भी हैं. 


1984 में भाजयुमो में हुए थे शामिल


नवनिर्वाचित सांसद 1984 में भारतीय जनता पार्टी युवा विंग में शामिल हुए और युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष, सचिव-जिला युवा मोर्चा के रूप में काम किया. उन्हें 2005 में जिला महासचिव संगठन के रूप में नियुक्त किया गया और 2007 में बीजेपी के जिला अध्यक्ष बने. 2015 में मल्होत्रा ​​​​​​पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर के रूप में चुने गए.


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