Delhi Weather Latest News: दिल्ली में 25 जून की सुबह रिकॉर्डतोड़ बारिश हुई. इतनी बारिश हुई कि पूरी दिल्ली जलमग्न हो गया, लेकिन मौसम वैज्ञानिक इसका सही पूर्वानुमान नहीं लगा पाए. खुद मौसम विज्ञानी भी हैरान हैं कि ऐसा कैसे हो गया? जबकि शुकव्रार को रिकॉर्ड 228.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.


28 जून को सिर्फ एक दिन में जितनी बारिश हुई, वो जून के औसत 74.1 मिलीमीटर बारिश से तीन गुना से भी अधिक है. 1936 के बाद से इस महीने के लिए सबसे अधिक बारिश है.


ये है सही अनुमान नहीं लग पाने की वजह! 


आईएमडी के एक अधिकारी ने पहचान जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘‘पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश तक मानसून की पूर्वी शाखा के कारण बहुत अधिक वर्षा नहीं हो रही थी. पूर्वी शाखा का मानसून धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था, लेकिन मध्य प्रदेश की ओर से अचानक एक धारा आ गई. किसी को भी इतनी अधिक मात्रा में नमी की उम्मीद नहीं थी.’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘मॉडल इसे पकड़ नहीं पाया. साथ ही शाम को बादल बनने लगे और समय के साथ तेज होते गए. पहले से आंधी-तूफान का अनुमान जताना आसान नहीं है.’’


ये है भारी बारिश की वजह


भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मानसून की हवाएं पश्चिमी विक्षोभ के कुछ हिस्सों के साथ टकराईं, जिससे दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश हुई. कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि उत्तरी दिल्ली में आंधी-तूफान के कारण हो सकता है कि मूसलाधार बारिश हुई.


क्या कहा था वैज्ञानिक सोमा सेन ने? 


इससे पहले, आईएमडी के यूट्यूब पेज पर मौसम को लेकर साप्ताहिक जानकारी में वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने कहा कि यह प्रणाली उत्तर और मध्य भारत में नमी पहुंचा रही है. सप्ताह के दौरान पूर्व-पश्चिम प्रवाह के मजबूत होने की संभावना है और उत्तर भारत में बारिश बढ़ोतरी होगी. आईएमडी 29 जून और 30 जून को दिल्ली में ‘‘बहुत भारी बारिश’’ का भी अनुमान जताया, लेकिन किसी को भी शुक्रवार की सुबह मूसलाधार बारिश की संभावना नहीं थी.


शुक्रवार को सुबह चार बजकर 58 बजे आईएमडी ने एक अलर्ट जारी किया था. अलर्ट में   कहा था कि अगले दो घंटों के दौरान पूरे दिल्ली और एनसीआर, सोनीपत, खरखौदा, झज्जर, सोहना, पलवल, बड़ौत, बागपत, खेकड़ा, पिलखुआ और सिकंदराबाद के कुछ स्थानों पर भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होगी और 20 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. 


आईएमडी ने बाद में बताया कि सफदरजंग वेधशाला ने पूर्वाह्न दो बजकर 30 मिनट से सुबह 5 बजकर 30 मिनट के बीच 148.5 एमएम की वर्षा दर्ज की गई, जो दर्शाता है कि आईएमडी द्वारा अलर्ट जारी करने से पहले ही काफी बारिश हो चुकी थी. इसके अलावा, आईएमडी ने दिल्ली में मानसून के आगमन की घोषणा शुक्रवार दोपहर को की, जबकि इससे 15 घंटे से भी कम समय पहले उसने अनुमान लगाया था कि शुरुआती वर्षा लाने वाली प्रणाली दो से तीन दिन के भीतर दिल्ली पहुंचेगी. 


Delhi: दिल्ली की कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुईं आतिशी, कब होगी अगली सुनवाई