एक्सप्लोरर

Delhi Politics: क्या अरविंदर सिंह लवली लोकसभा चुनाव तक ला पाएंगे कांग्रेस के 'अच्छे दिन'? इन चुनौतियों का करना पड़ेगा सामना

Lok Sabha Election 2024: दिल्ली कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि 15 साल तक प्रदेश की सत्ता पर काबिज रहने वाली पार्टी की 70 में से एक भी विधायक विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं. 

Delhi News: दिल्ली (Delhi) कांग्रेस को दो दिन पहले आधिकारिक रूप अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) के रूप में नया अध्यक्ष मिल गया. पार्टी के प्रदेश हेडक्वार्टर पर लंबे अरसे बाद गुरुवार को कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल दिखा. भारी संख्या में नये प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत करने के लिए सभी गुटों के नेता और उनके समर्थक शपथ ग्रहण के दौरान मौजूद थे और जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे, लेकिन अरविंदर लवली की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि क्या वो दिल्ली कांग्रेस (Congress) को 10 साल पुराने वाले तेवर में ला पाएंगे?
 
यह सवाल इसलिए कि साल 2013 से लगातार दिल्ली में कांग्रेस कमजोर हुई है. कांग्रेस के कमजोर होने का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि दिल्ली की सत्ता पर लागातार 15 साल तक काबिज रहने वाली पार्टी की 70 में से एक भी विधायक प्रदेश की किसी भी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं. एमसीडी में 250 में से केवल नौ पार्षद कांग्रेस के हैं.

सबके साथ तालमेल बड़ी चुनौती

अरविंदर सिंह लवली के लिए शुरुआती राहत की बात यह है कि पिछले एक दशक से गुटबाजी का शिकार दिल्ली कांग्रेस में गुरुवार को लवली के अध्यक्ष पद पर शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सभी गुटों के नेता मंच पर मौजूद थी. इनमें संदीप दीक्षित गुट, जेपी अग्रवाल गुट, देवेंद्र यादव का गुट, अजय माकन गुट व अन्य शामिल हैं. मंच पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता हारुन युसुफ, रागिनी नायक, मुकेश शर्मा व अन्य नेता भी मौजूद थे. अरविंदर लवली की चुनौती यह है कि अजय माकन गुट और संदीप दीक्षित गुट आप के साथ गठबंधन में दिल्ली में चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं है. दोनों गुट के नेता खुलेआम इसका विरोध करते आये हैं. पहले केवल संदीप दीक्षित खुलकर विरोध करते रहे, लेकिन अजय माकन भी गठबधन का विरोध कर रहे हैं. 

ये है लवली की खासियत

फिलहाल, दिल्ली अध्यक्ष पद का शपथ लेने के बाद नवनियुक्त अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि सभी लोग मिलकर पार्टी को मजबूती देने का काम करेंगे. पार्टी पूरी एकजुटता के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारी करेगी. उन्होंने ये भी कहा कि सबकी सहमति के आधार पर हर फैसले लिए जाएंगे. ताकि पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता एकजुटता के साथ विरोधी ताकतों को पटखनी दे सकें. अरविंदर सिंह लवली का मजबूत पक्ष यह है कि दिल्ली की राजनीति में वोट बैंक के लिहाज से उनकी पंजाबी, जाट और ओबीसी समुदायों पहुंच अच्छी है. वो पहले भी प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं. पूर्व सीएम शीला दीक्षित के समय वो अलग-अलग मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. इस लिहाज से दिल्ली कांग्रेस के नेताओं और लोगों तक उनकी पहुंच अच्छी है. मनी मैनेजमेंट और दिल्ली की परंपरागत राजनीति के लिहाज से वो कांग्रेस में सबसे बेहतर स्थिति में हैं. 

2015 और 2020 में खाता नहीं खोल पाई कांग्रेस 

अगर, हम विधानसभा की बात करें तो अन्ना आंदोलन के बाद 2013 हुए विधानसभा चुनाव में सत्तधारी पार्टी होते हुए विधानसभा की 70 सीटों में सिर्फ 7 सीटों पर र्टी के नेता चुना जीत पाए थे. 31 सीटों पर आप और 32 सीटों पर बीजेपी की जीत हुई थी. उस समय कांग्रेस के समर्थन से आप आदमी पार्टी की दिल्ली में पहली बार सरकार बनी थी. हालांकि, आप की सरकार केवल 49 दिनों तक ही चल पाई थी. उसके बाद 2015 में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत मिली. 70 में से 67 सीटों पर आप के प्रत्याशी विधानसभा पहुंचने में कामयाब हुए थे. तीन सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी विधायक बने थे. साल 2020 में हुए चुनाव में भी दिल्ली की जनता ने आप को प्रचंड बहुमत से जीत दिलाई थी. हालांकि, इस बार कुछ सीटें कम हुई. आप को 62 सीटों पर जीत मिली और आठ सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी जीत हासिल करने में कामयाब हुए थे. 

यह भी पढ़ें: Delhi: मनोज तिवारी ने क्लासरूम निर्माण में लगाया घोटाले का आरोप, CBI जांच की मांग

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

'वापस आना मुश्किल है', दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर क्या बोले शशि थरूर
'वापस आना मुश्किल है', दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर क्या बोले शशि थरूर
बिहार में नीतीश कुमार ने BJP के कई मंत्रियों के विभागों में किया फेरबदल, देखें पूरी लिस्ट
बिहार में नीतीश कुमार ने BJP के कई मंत्रियों के विभागों में किया फेरबदल, देखें पूरी लिस्ट
IPL 2025: केविन पीटरसन की दिल्ली कैपिटल्स में वापसी, मिली ये बड़ी जिम्मेदारी
IPL 2025: केविन पीटरसन की दिल्ली कैपिटल्स में वापसी, मिली ये बड़ी जिम्मेदारी
दिल्ली दंगों का दर्द रहा बेमरहम, पीड़ितों को नयी सरकार से हैं उम्मीदें
दिल्ली दंगों का दर्द बेमरहम ही रहा
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

India में Cancer क्यों बढ़ता जा रहा है? | Cancer | Health LivePune Swargate Case: पुणे हैवानियत मामले में आरोपी पर 1 लाख का इनाम | ABP NEWSMahakumbh 2025 : महाकुंभ का समापन... सफाई कर्मचारियों के साथ सीएम योगी ने किया भोजन | Breaking News | ABP NEWSTop Headlines: 3 बजे की बड़ी खबरें  | Pune Swargate Case | ABP NEWS

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'वापस आना मुश्किल है', दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर क्या बोले शशि थरूर
'वापस आना मुश्किल है', दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर क्या बोले शशि थरूर
बिहार में नीतीश कुमार ने BJP के कई मंत्रियों के विभागों में किया फेरबदल, देखें पूरी लिस्ट
बिहार में नीतीश कुमार ने BJP के कई मंत्रियों के विभागों में किया फेरबदल, देखें पूरी लिस्ट
IPL 2025: केविन पीटरसन की दिल्ली कैपिटल्स में वापसी, मिली ये बड़ी जिम्मेदारी
IPL 2025: केविन पीटरसन की दिल्ली कैपिटल्स में वापसी, मिली ये बड़ी जिम्मेदारी
दिल्ली दंगों का दर्द रहा बेमरहम, पीड़ितों को नयी सरकार से हैं उम्मीदें
दिल्ली दंगों का दर्द बेमरहम ही रहा
आपके घर में रहने वाले इन जानवरों में भी हो सकता है बर्ड फ्लू, जानें कैसे कर सकते हैं बचाव
आपके घर में रहने वाले इन जानवरों में भी हो सकता है बर्ड फ्लू, जानें बचाव
'महाकुंभ पहले ही समाप्त हो गया, यह तो सरकारी...', अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का बड़ा दावा
'महाकुंभ पहले ही समाप्त हो गया, यह तो सरकारी...', अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का बड़ा दावा
Bangladesh Politics: शेख हसीना को सत्ता से उखाड़ फेंकने वाले बांग्लादेशी छात्रों का बड़ा ऐलान, कहा-'मोहम्मद यूनुस किसी भी पार्टी के नहीं है प्रतिनिधि'
शेख हसीना को सत्ता से उखाड़ फेंकने वाले बांग्लादेशी छात्रों का बड़ा ऐलान, कहा-'मोहम्मद यूनुस किसी भी पार्टी के नहीं है प्रतिनिधि'
ये कितने दिन से भूखे हैं? इन्वेस्टर समिट में खाने के लिए मारामारी, काउंटर तोड़ प्लेट लेकर भागे लोग; देखें वीडियो 
ये कितने दिन से भूखे हैं? इन्वेस्टर समिट में खाने के लिए मारामारी, काउंटर तोड़ प्लेट लेकर भागे लोग; देखें वीडियो 
Embed widget