Delhi: बीजेपी ज्वाइन करेंगे संजय सिंह? बोले- ऐसा किया तो मेरे मुंह...
Sanjay Singh News: संजय सिंह ने न्यूज 24 पर एक सवाल के जवाब में कहा, " मुझे जितने भी लोग धरती पर जातने हैं, वो कम से कम पार्टी बदलने जैसी फालतू बात मेरे लिए नहीं करेंगे."
Sanjay Singh Latest News: दिल्ली आबकारी मामले में तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ पहले से ज्यादा सख्त नजर आ रहे हैं. उनके इस रवैये का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार को एक न्यूज चैनल पर बेबाक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बड़ी बात कह दी. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, "अगर मैं बीजेपी ज्वाइन करूं, तो मेरे चेहरे पर कालिख लगा देना."
दरअसल, शुक्रवार को न्यूज 24 की ओर से जब यह पूछा गया है कि आम आदमी पार्टी तो कट्टर ईमानदार और वैचारिक रूप से प्रतिबद्ध लोगों की पार्टी है, लेकिन अब तो आपकी पार्टी भी टूटने लगी है. इसके जवाब में उन्होंने कहा, "कुछ लोगों का मनोबल कमजोर होता है. एक दो क्या पूरी की पूरी पार्टी, साफ हो रही है. कांग्रेस के 14 पूर्व सीएम आज बीजेपी में हैं. मुझे तो बीजेपी के ऊपर दया आती है. उनके कार्यकर्ता बेचारे क्या सोच रहें होंगे. सबकुछ करें वो, जब कुछ मिलने का अवसर आये तो दूसरे पार्टी के नेता वहां आकर माला पहन लेते हैं. "
"ऐसा होता तो दमदार तरीके से अपनी बात नहीं रखता"
इसके बाद, जब उनसे पूछा गया कि आपके पास भी विकल्प है. आप भी बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. कहा तो यही जा रहा है. अगर ऐसा हुआ तो बीजेपी वाले सदमें में चले जाएंगे. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे जितने भी लोग इस धरती पर जातने हैं, वो कम से कम इस तरह की फालतू की बात नहीं करेंगे. जब उनसे यह पूछा गया कि जाने वाले भी दो घंटे पहले तक यही कहते हैं. इस पर वह बोले- "अगर ऐसा कुछ होता तो जेल से बाहर आने के बाद अपनी बातें इतनी दमदार तरीके से नहीं रखता."
पार्टी को भरोसा कैसे दिलाएंगे?
सवाल यह है कि आप अपनी पार्टी के लोगों को कैसे भरोसा दिलाएंगे कि पार्टी नहीं बदलेंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा, "मैं, सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि जिस दिन ये फैसला लूं, मेरे कार्यकर्ता, मेरे चेहरे पर कालिख लगा दें."
"नैतिक जिम्मेदारी तो पीएम मोदी की बनती है"
सीएम अरविंद केजरीवाल की जिद है कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे. जेल से ही सरकार चलाएंगे. जबकि वो तो सिर्फ आरोपों के आधार पर तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश कलमाड़ी से लेकर, पता नहीं, किस-किस का इस्तीफा मांगा था. वो भी सिर्फ नैतिकता के आधार पर, लेकिन ये नैतिक जिम्मेदारी क्या दिल्ली के सीएम केजरीवाल जी की भी बनती है क्या?
संजय सिंह ने कहा कि नैतिक जिम्मेदारी प्रधानमंत्री जी की बनती है. वह देश की चुनी हुई सरकारों को परेशान करें. लोकतंत्र का अपमान न करें. देश के चुने हुए मुख्यमंत्रियों को फर्जी मामले में जेल न भेजें. ये पीएम की जिम्मेदारी है कि वे अपने जांच एजेंसियों का दुरुपयोग न करें. सीएम अरविंद केजरीवाल जी ईमानदार थे, हैं और रहेंगे. हम तो अपने वादों और वचनों के पक्के हैं. आप बताइए न देश की सबसे बेहतरीन दिल्ली की सरकार है. यहां पर लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, वो भी फ्री में. इस मामले में दिल्ली सरकार का काम अनुकरणीय है. महिलाएं बस में फ्री यात्रा करती हैं.
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