Delhi News: नए संसद भवन में महिला आरक्षण बिल को लेकर चर्चा जारी है. विशेष सत्र के दौरान लोकसभा सदन में पहले ही दिन केंद्र सरकार ने महिला आरक्षण बिल पेश किया. मोदी सरकार ने महिला आरक्षण बिल का नाम नारी शक्ति वंदन अधिनियम-2023 दिया है. बिल पेश होने के बाद से ही तमाम पार्टियों की बयानबाजी भी शुरू हो गई है. इसी बीच आम आदमी पार्टी ने भी एक बयान देते हुए इस बिल पर अपना स्टैंड साफ कर दिया है.
आम आदमी पार्टी की तरफ से आए बयान में कहा गया कि संसद में वह इस बिल के नेचर और इंप्लीमेंटेशन पर मोदी सरकार से सवाल करेंगे. पार्टी ने कहा, "हम महिला आरक्षण विधेयक पर INDIA गठबंधन के फैसले के साथ खड़े रहेंगे. संसद में चर्चा के दौरान आप सांसद बिल की प्रकृति और उसके क्रियान्वयन पर सरकार से सवाल पूछेंगे. बिल पर वोटिंग के समय पार्टी इसका समर्थन करेगी."
संजय सिंह ने बताया 'जुमला'
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, "मोदी जी देश की महिलाओं को कब तक बेवक़ूफ़ बनाओगे? आपका एक भी वादा पूरा नहीं हुआ. ये महिला आरक्षण बिल तो अगले 20 साल में लागू नहीं होगा. जुमला फेंकना बंद करो. अगर नियत साफ़ है तो 2024 में महिला आरक्षण बिल लागू करो. वरना ये “महिला बेवक़ूफ़ बनाओ बिल” वापस लो."
संजय सिंह ने कहा कि यह कब लागू होगा, लागू होगा भी या नहीं, यह नहीं पता. राज्यसभा में पारित बिल लैप्स नहीं हुआ है, उसे ही लोकसभा में पास कर देते. लेकिन इन्होंने जुमला बिल तैयार किया और कहा कि सेंसस होगा, परिसीमन होगा फिर लागू होगा. 2031 में जनगणना होगी और 2034 में लागू होगा, पता नहीं होगा भी या नहीं.