Delhi News: यौन-उत्पीड़न के आरोपों में घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे पहलवानों को महीने भर से ज्यादा का वक्त हो चुका है. लेकिन अब तक सरकार ने इनकी मांग नहीं मानी है. इस बीच खाप पंचायत ने पहलावनों के समर्थन में 28 मई को नई संसद के सामने महिला महापंचायत (Women's Mahapanchayat) का ऐलान किया था. जिसके लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. वहीं दूसरी तरफ उत्तर भारत के सबसे बड़े खाप पंचायत के प्रधान और पहलवान, महिलाओं और युवाओं से भारी संख्या में इस महापंचायत में शामिल होने की अपील कर रहे हैं.
खाप प्रधान ने किया स्थल का निरीक्षण
आंदोलनकारी पहलवानों के साथ लगातार जंतर मंतर पर सक्रिय रहने वाले पालम 360 खाप के चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने महापंचायत के आयोजन स्थल का निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ कई खापों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि, 'आंदोलनकारी पहलवानों की किसी भी स्तर पर सुध नहीं ली जा रही है. इस कारण खापों के प्रतिनिधियों ने गत रविवार को महम में आयोजित पंचायत में नए संसद भवन के समक्ष महिला पंचायत करने का निर्णय लिया था. इसी कड़ी में नये संसद भवन के सामने महिला पंचायत करने की तैयारी तेज कर दी गई है.'
दिल्ली पुलिस से अपील 'न रोकें किसी को भी'
उन्होंने बताया कि पंचायत में बड़ी संख्या में महिलाएं शिरकत करेंगी. सोलंकी ने पुलिस से भी अनुरोध किया कि किसी को भी महिला विशाल पंचायत मे आने से ना रोका जाए. साथ ही सरकार और पुलिस प्रशासन से अपील कि जो भी महिला और खिलाड़ी इस महापंचायत में आएंगे उन सब की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सरकार की है. सोलंकी ने बताया कि हमने महामहिम राष्ट्रपति को भी 28 तारिख के महापंचायत के लिए आमन्त्रित किया. साथ ही साथ जितनी भी महिला सांसद है वह सब महापंचायत में आए और इन बच्चों को न्याय दिलाने में मदद कर, क्योंकि वह सबसे पहले एक महिला है और महिला होने की जिम्मेदारी निभाएं.
दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर से शुरू होगा मार्च
खिलाड़ियों ने बताया कि 28 मई को नये संसद भवन के सामने होने वाली महिला सम्मान महापंचायत में हरियाणा और पंजाब से आने वाले किसान मजदूर जत्थेबंदियां सुबह 11:00 बजे तक सिंघु बॉर्डर पर पहुंचेंगी. जबकि हरियाणा की खाप पंचायतें और टोल प्लाज़ा पर जारी धरनों की संघर्ष कमेटियां टीकरी बॉर्डर पर सुबह 11:00 बजे तक पहुंचेंगी. वहीं उत्तर प्रदेश से आने वाली किसान जत्थेबंदियां और खाप पंचायतें सुबह 11:00 बजे तक गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचेंगी. इनके अलावा देश भर से आने वाले जो साथी ट्रेन या बस से आएँगे वे सभी सुबह 11:00 बजे जंतर-मंतर स्थित धरनास्थल पर पहुँचेंगे. दिल्ली के सभी जन संगठन, महिला संगठन और छात्र संगठन जंतर-मंतर पर ही पहुँचेंगे. इसके बाद आधे घंटे तक सभी मोर्चों पर जलपान होगा और 11:30 बजे सभी मोर्चों से शांतिपूर्वक संसद के सामने प्रस्तावित महिला सम्मान महापंचायत के लिए मार्च शुरू होगा जो संसद भवन के सामने पहुँच कर सभा में तब्दील हो जाएगा.
पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगी महापंचायत
खिलाड़ियों ने कहा कि हम हर हाल में शांतिपूर्ण रहेंगे और पूरे अनुशासन के साथ चलेंगे. पुलिस अगर लाठी चार्ज करेगी, आंसू गैस के गोले दागेगी या वाटर कैनन का उपयोग करेगी तो भी हम हिंसा का कोई रास्ता नहीं अपनाएंगे और सब कुछ सहेंगे. और अगर उन्हें गिरफ्तार किया जाता है तो वो शांति से अपनी गिरफ्तारी भी दे देंगे.