Vijender Singh on Wrestlers Protest: दिल्ली (Delhi) के जंतर-मंतर (Jantar-Mantar) पर देश का नाम रोशन कर पदक लाने वाले कुश्ती के पहलवानों का धरना-प्रदर्शन जारी है. पिछले तीन दिनों से जंतर-मंतर पर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (Wrestling Federation of India) के खिलाफ पहलवान धरना दे रहे हैं. पहलवान रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) का इस्तीफे के साथ-साथ कुश्ती संघ के काम करने के तरीके में बदलाव और खिलाडियों की दिक्कतों का समय पर निवारण करने की मांग कर रहे हैं. इसके पीछे वजह है रेसलर विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) का भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर यौन शोषण का आरोप लगाना. उन्होंने कहा है कि हमेशा से कैंप लखनऊ (Lucknow) में लगाया जाता है, जिससे महिला रेसलरों का शोषण करने में आसानी हो.


रेसलर विनेश फोगाट का आरोप है कि महिला पहलवानों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की घटनाओं को सरकार के संज्ञान में भी लाया गया, लेकिन उसके बाद भी आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नही हुई. इसके बाद विनेश फोगाट का कहना है कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जाने लगी. विनेश फोगाट ने बताया कि यह लड़ाई सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि आने वाले पहलवानों के भविष्य की लड़ाई है. साथ ही पहलवानों का यह कहना है कि जब तक भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी और उन्हें पद से नहीं हटाया जाता, तब तक ये धरना जारी रहेगा.


बृजभूषण शरण सिंह दावा- शोषण नहीं हुआ


वहीं भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कि किसी भी प्रकार का शोषण नहीं हुआ है. विनेश फोगाट के आरोप सरासर झूठे हैं. अगर अगर यह साबित होता है तो वह फांसी पर लटकने को तैयार है. इस मामले को लेकर गुरुवार रात 10:30 बजे से तकरीबन 2 बजे तक पहलवानों की खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ मीटिंग हुई.


रेसलर्स की खेल मंत्री के साथ हुई दो बार मीटिंग


खेल मंत्री के साथ मींटिंग में विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत अन्य खिलाड़ी भी मौजूद रहे, लेकिन तकरीबन 4 घंटे की मीटिंग के बाद भी इसका कोई हल नहीं निकल पाया. इस बीच शुक्रवार को फिर से पहलवानों ने 10 बजे खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से दूसरी मुलाकात की, जिसमें भी सिर्फ उन्हें आश्वासन मिला है कि करवाई की जाएगी, लेकिन कब और कैसे ये अभी तक साफ नहीं है.


विजेंदर सिंह बोले- खिलाड़ियों को बनाना चाहिए फेडरेशन का हिस्सा


इस मामले को लेकर कांग्रेस के नेता और बॉक्सर विजेंदर सिंह ने भी शुक्रवार को 12 बजे पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कि वे जंतर-मंतर पर सुबह अपने पहलवान भाइयों से मिलने गए थे, मगर उस दौरान सभी पहलवान वहां नहीं थे और उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए कांग्रेस ऑफिस आना पड़ा. विजेंदर सिंह ने कहा, "मैं पहले खिलाड़ी हूं, उसके बाद किसी भी पार्टी का कार्यकर्ता." इस मामले को लेकर उन्होंने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और मांग की कि इस पर जल्द से जल्द एक्शन लिया जाए और इंसाफ मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को फेडरेशन का हिस्सा बनाना चाहिए और उनके सुझावों से ही फेडरेशन चलाना चाहिए.


बजरंग पूनिया ने प्रदर्शन को राजनीति से अलग बताया


पहलवानों ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने से मना किया है. बजरंग पूनिया ने साफ तौर पर इस प्रदर्शन को राजनीति से अलग बताया है. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी खिलाड़ी के हर लड़ाई में साथ होने का दावा किया है. फिलहाल पहलवानों के मूड को देखते हुए ये लग रहा है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तब तक प्रदार्शन खत्म नहीं होने वाला है.


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