BKU On Wrestlers Protest: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) और जंतर-मंतर (Jantar-Mantar) पर धरना दे रहे पहलवानों के बीच 3 मई की रात हुई झड़प को लेकर अब किसानों ने भी अपना रुख साफ कर दिया है. 4 मई को भारी संख्या में हरियाणा (Haryana) और अन्य राज्यों के किसानों ने जंतर-मंतर पहुंचकर पहलवानों को अपना समर्थन दिया. वहीं भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) की तरफ से पहलवानों के इस झड़प को लेकर 6 मई को एक आपातकाल बैठक बुलाई गई है. पुलिस से झड़प के बाद पहलवानों ने किसानों से समर्थन की अपील की थी, जिसके बाद सुबह होते ही भारी संख्या में किसान जंतर-मंतर पर पहुंचने लगे.


भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने कहा कि 3 मई को हुई पहलवानों के साथ घटना को लेकर यूनियन की तरफ से आपातकाल बैठक बुलाई गई है. बैठक में पहलवानों के समर्थन के साथ-साथ उनके इस प्रदर्शन को किस प्रकार से हम अपना सहयोग प्रदान करें, उस विषय पर अहम फैसले लिए जाएंगे. रतन मान ने कहा कि हमारी बेटियों पर हुए अत्याचार को हम किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे. पूरे संवैधानिक तरीके से हम भारतीय पहलवानों के प्रदर्शन में शामिल होंगे और खलिहान से जंतर-मंतर की दूरी को हम एक कर देंगे.


'पहलवानों के नेतृत्व में होगा आंदोलन'


पहलवानों के प्रदर्शन को राकेश टिकैत की ओर से नेतृत्व किए जाने के सवाल पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम खिलाड़ियों के ही नेतृत्व में उनके आंदोलन को गति देंगे. इसमें कोई संदेह नहीं कि हमारी एकमात्र प्राथमिकता है कि हमें अपने भारतीय पहलवानों को हर हाल में न्याय दिलाना है, इसके लिए हम सभी एकजुट हो रहे हैं. बता दें कि पहलवान पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं.


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