Wrestlers Protest Live: हंगामे के बाद खत्म हुआ पहलवानों का धरना, अब वापस नहीं लौट पाएंगे जंतर-मंतर!
Women's Mahapanchayat LIVE: विनेश फोगट ने कहा कि जंतर मंतर पर सरेआम लोकतंत्र की हत्या हो रही. एक तरफ पीएम मोदी ने लोकतंत्र के नए भवन का उद्घाटन किया है, दूसरी तरफ हमारे लोगों की गिरफ्तारियां चालू हैं.
बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक को दिल्ली के अलग-अलग जिलों के अलग-अलग थानों में हिरासत में रखा गया है. पहलवान बजरंग पूनिया इस वक्त मयूर विहार थाने में हैं. फिलहाल पुलिस ने स्पष्ट नहीं किया है कि इन्हें कब तक छोड़ा जाएगा. लेकिन पुलिस ने इतना जरूर कहा था कि प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने कानून का उल्लंघन किया है तो कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने साक्षी के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, 'देश का मान बढ़ाने वाले हमारे खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव बेहद गलत एवं निंदनीय है.'
बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा, 'पहलवान बेटियों को जबरन सड़क पर घसीटने वाली केंद्र सरकार संसदीय मर्यादाओं की दुहाई देकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही है, लेकिन बेटियों की चीख आज हुक्मरानों को नहीं सुनाई दी. हमारी बेटियों को हिरासत से छोड़ने और न्याय मिलने तक किसान गाजीपुर बॉर्डर पर डटे रहेंगे.'
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने पर केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए कहा, 'केंद्र सरकार ने बहुत गलत किया है. पिछले 9 वर्ष में सभी को ऐसे लाठी के जोर पर चुप किया गया है. कॉलेज स्टूडेंट हो, कर्मचारी हो, सेवानिवृत्त फौजी हों, डॉक्टर हों, वकील हों, किसान हों, व्यापारी हों, विपक्ष हो. ‘प्रजा’ को सड़क पर गसीठा जा रहा है. भाजपा का सच यही है. जो खिलाड़ियों की इज्जत पर हाथ डालता था, वो भाजपा सांसद खुला घूम रहा है. हक मांगने वाली खिलाड़ी लड़कियों को पुलिस उठा रही है.'
इस वक्त सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें दिल्ली पुलिस फोगाट बहनें सड़क पर गिरी हुई हैं और दिल्ली पुलिस उन्हें डिटेन कर ले जा रही है. कांग्रेस ने उस तस्वीर को शेयर करते ही तंज कसा है.
जंतर-मंतर से दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद बजरंग पूनिया ने ट्वीट करते हुए कहा, 'क्या कोई सरकार अपने देश के चैम्पियंस के साथ ऐसे बर्ताव करवाती है? हमने क्या गुनाह किया है.'
जंतर-मंतर पर भारी हंगामें के बाद दिल्ली पुलिस ने सभी पहलवानों को हिरासत में ले लिया है और उन्हें वसंतकुंज थाने ले गए हैं. धारा 144 के उल्लंघन के चलते अब ये धरना यहीं खत्म हो गया है. अब पहलवान वापस जंतर-मंतर नहीं लौट पाएंगे. ऐसे में पुलिस ने प्रदर्शन स्थल खाली करवाना शुरू कर दिया है और टेंट हटाए जा रहे हैं.
जंतर-मंतर पर भारी हंगामे के बाद पहलवान संगीता फोगाट को हिरासत में ले जाने का वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
सूत्रों की मानें तो अब पहलवानों का प्रदर्शन खत्म हो गया है. पहलवानों द्वारा धारा 144 का उल्लंघन किया गया है. अब किसी भी पहलवान या प्रदर्शकारी को धरना स्थल पर नहीं आने दिया जाएगा. मतलब पहलवान अब जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने नहीं लौट पाएंगे.
जंतर-मंतर से हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों को दिल्ली पुलिस वसंतकुंज थाने लेकर जा रही है.
दिल्ली पुलिस द्वारा डिटेन किए जाने के बाद बजरंग पूनिया कहा कि हमें गोली मार दो. हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने ऐसा नहीं होने दिया. वे हमें नई संसद की तरफ जाने से रोकने लगे और अब हिरासत में ले लिया गया है.
जंतर-मंतर पर इस वक्त हंगामा चल रहा है. सभी पहलवानों को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिया जा रहा है. पहलवान इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं.
पहलवानों का कहना है कि उन्होंने 21 मई को ही पुलिस और प्रशासन को लेटर देते हुए आज होने वाली महिला सम्मान महापंचायत की जानकारी दी थी. लेकिन फिर भी पुलिस अधिकारियों की तरफ से बाधा उत्पन्न की गई. वहीं पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मार्च की अनुमति पुलिस की तरफ से नहीं दी गई है. 2-3 लेयर की सिक्योरिटी तोड़ते हुए पहलवान आगे बढ़े.. इसीलिए उन्हें डिटेन किया गया.
पहलवानों द्वारा बैरिकेट तोड़ने के सवाल पर बजरंग पूनिया ने कहा कि हमारे किसी भी साथी ने बैरिकेट नहीं तोड़ा है. पुलिस हमें नई संसद की तरफ जाने नहीं दे रही थी इसीलिए कुछ पहलवान बैरिकेट के ऊपर से कूदकर आगे बढ़े. बैरिकेट नहीं तोड़े गए.
नई संसद कूच से पहले ही जंतर-मंतर पर भारी हंगामा शुरू हो गया. इस दौरान पुलिस ने बजरंग पूनिया समेत कई पहलवानों को डिटेन कर लिया. पूनिया ने कहा कि हम शांतिपूर्वक मार्च कर रहे हैं. लेकिन पुलिस के अधिकारी हमारे साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं. इस दौरान कुछ पहलवान बैरिकेट तोड़ते हुए भी नजर आए.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गए हैं. इस वक्त दिल्ली की सभी सीमाओं पर पुलिस का सख्त पहरा है. टिकैत ने पहले एक बयान में प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा था कि 'सुबह 10 बजे तक फोर्स हटा लें, नहीं तो हम दिल्ली गाड़ी से नहीं बल्कि ट्रैक्टर से जाएंगे और जब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा तब तक वापस नहीं आएंगे.'
माइक्रो ब्लॉगिंग सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर इस वक्त #पहलवान_देश_की_शान चौथे नंबर पर ट्रेंड कर रहा है. अभी तक करीब 73 हजार लोगों ने इस हैश टैग को ट्वीट करते हुए पहलवानों के 'महिला सम्मान महापंचायत' का समर्थन किया है.
पहलवानों द्वारा आज दिल्ली में 'महिला सम्मान महापंचायत' के आह्वान पर पहलवान बजरंग पूनिया ने बयान देते हुए कहा, 'महिला सम्मान महापंचायत के लिए दिए गए समय पर हम 11:30 बजे नई संसद की तरफ कूंच करेंगे. मैं पुलिस प्रशासन से अपील करूंगा कि हम शांतिपूर्वक जाएंगे, हमें परेशान न किया जाए. सभी से अनुरोध है कि शांति बनाए रखें.'
दिल्ली के जंतर मंतर पर जारी पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायतों के प्रधानों और किसान संगठनों के नेताओं के विरोध को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने पड़ोसी राज्यों की सीमाओं से लगत सभी बॉडर्स पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किए हैं. आने-जाने वालों पर पुलिस की पैनी नजर है. किसान संगठनों और प्रदर्शनकरियों को बॉर्डर पार करने की इजाजत नहीं है.
दिल्ली पुलिस के विशेष सीपी दीपेंद्र पाठक ने पहलवानों के विरोध पर कहा कि हम नए संसद भवन के उद्घाटन में किसी भी चीज को बाधा नहीं बनने देंगे। उद्घाटन समारोह सुचारू रूप से हो यह सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली पुलिस पूरी मुस्तैद है.
दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विपक्षी दलों के विरोध और खाप के किसानों सहित किसान संगठनों के दिल्ली कूच को देखते हुए मेट्रो ने अपने दो प्रमुख स्टेशनों पर एंट्री-एग्जिट पूरी तरह से बंद कर दिया है. मेट्रो के इस फैसले के बाद अब मेट्रो यात्री केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन मेट्रो स्टेशनों पर न तो उतर सकते हैं न ही गेट के अंदर जा सकते हैं. दोनों स्टेशनों पर मेट्रो प्रशासन ने सभी प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए हैं। हालांकि, केंद्रीय सचिवालय में इंटरचेंज सुविधाएं उपलब्ध है.
देश की राजधानी दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन पहलवानों स्थानीय किसान और समर्थकों का जंतर मंतर पर रेसलरों के समर्थन में पहुंचने पर मौजूद सुरक्षकर्मीयों ने उन्हें हिरासत में लिया.
भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा है कि कई लोग सहयोग कर रहे हैं लेकिन कुछ पुलिस के अधिकारी बदतमीजी कर रहे हैं. परिवारों को भी अंदर नहीं आने दिया जा रहा. आज महापंचायत होगी। हमने इसकी अनुमति के लिए कल ही आवेदन दे दिया था. पुलिस हमारे लोगों को गुमराह कर रही हैं. हमसे कोई बातचीत नहीं हुई है.
बैकग्राउंड
Delhi Breaking LIVE Upates: नए संसद भवन का उद्घाटन और राजधानी के जंतर मंतर पर पहलवानों के समर्थन में खाप के किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली सहित सभी बॉडर्स पर सुरक्षा का सख्त पहरा है. दिल्ली की सीमाओं पर भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है. नई दिल्ली में तो निजी वाहनों तक की एंट्री पर पूरी तरह से दोपहर तीन बजे तक के लिए रोक है. नई दिल्ली की तरफ जाने वाले हर मार्ग को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने यह कदम विपक्षी दलों, खाप पंचायतों और किसान संगठनों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर उठाया है. ताकि नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान कोई व्यावधान उत्पन्न न हो.
दिल्ली के पालम 360 खास पंचायत ने रविवार को जंतर मंतर पर पहलवानों के समर्थन में महिला पंचायत का आह्वा कर रखा है. इसके अलावा खाप से जुड़े किसानों की योजना मार्च निकालते हुए नए संसद भवन तक पहुंचने की है. दूसर तरफ दिल्ली में पहलवानों के प्रदर्शन के साथ नए संसद भवन के उद्घाटन का कार्यक्रम भी सुबह से जारी है. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश-विदेश से लोगों को बुलाया गया है. फिलहाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई विपक्षी दलों के बहिष्कार के बीच अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित कर दिया है. दूसरी तरफ कांग्रेस समेत 21 विपक्षी दलों का कहना है कि संवैधानिक प्रमुख होने के नाते राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए था. केंद्र के इस मामले में अड़ियल रुख को देखते हुए हमने नए संसद भवन के बहिष्कार का फैसला लिया है.
बता दें कि बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन आरोपों के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन 23 अप्रैल से जारी है. पहलवानों की मांग पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर अदालत के समक्ष जांच रिपोर्ट भी सौंप दी है. इस मामले में बृजभूषण शरण सिंह का कहना है कि वो हर स्तर पर जांच और टेस्ट के लिए तैयार हैं, बशर्तें कि धरने पर बैठे पहलवानों भी इसके लिए तैयार हों. वहीं पहलवानों की मांग है कि जब तक बीजेपी सांसद बृजभूषण की गिरु्तारी नहीं होगी तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
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