Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) के जंतर मंतर (Jantar Mantar) पर जारी पहलवानों का धरना (Wrestling Protesting) अब तेजी से एक आंदोलन में बदलता नजर आने लगा है. पहले राजनेताओं, सामाजिक संगठनों और प्रभावी लोगों ने पहलवानों के धरने को अपना समर्थन दिया था. अब किसान संगठनों और खाप पंचायतों ने दिल्ली के आसपास के राज्यों से जंतर-मंतर के लिए कूच कर दिया है. महिला किसानों का एक जत्था तो दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पहुंच भी गया है. आज संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) से जुड़े कुछ और किसान भी दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच सकते हैं. वहीं एसकेएम के कुछ नेता आज पहलवानों से जंतर-मंतर पर पहुंचेंगे. इस बीच पहलवान बजरंग पूनिया ने एक बयान देकर सबको चौंका दिया है. 


इंटरनेशनल पहलवान बजरंग पूनिया का कहना है कि उनके धरने को लोगों का तेजी से समर्थन मिल रहा है. आज भी कई लोग यहां पर आएंगे, लेकिन कितने लोग आएंगे इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है. मैं सभी से करना चाहता हूं कि धरने को शांतिपूर्वक की करें और कहीं पर भी पुलिस  रोकती है तो वहीं पर बैठ जाएं. जंतर मंतर पर बैठी लड़कियों और बच्चियों के लिए सब साथ खड़े हैं. बजरंग पूनिया का बयान इस बात के साफ संकेत हैं कि अब पहलवानों का आंदोलन बहुत जल्द सियासी रंग में ढल जाएगा. वैसे तो अभी किसान संगठनों दिल्ली ने कूच किया है, लेकिन जिस तेजी से हालात बदल रहे हैं, उससे साफ है कि बहुत जल्द इसमें सियासी दलों के कार्यकर्ता भी शामिल हो जाएंगे. 


जानकारी के अनुसार भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा और कई अन्य संगठन के लोग जंतर मंतर पर पहलवानों को समर्थन देने पहुंचे हैं. इनमें राकेश टिकैत, हननान मोलाह, दर्शनपाल, युद्धवेंदर सिंह और कई खाप और संगठनों के अध्यक्ष भी शामिल हैं. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि, 'इस मामले की जांच होनी चाहिए'. वहीं खाप पंचायत भी समर्थन देने पहुंच रही हैं. बृजभूषण शरण सिंह ने खाप को लेकर कहा कि यह उन बेटियों से भी पूछ लें जो कुश्ती में जाती हैं. 


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