Delhi Water Crisis: इस वर्ष फरवरी माह में ही दिल्ली समेत उत्तर भारत का अधिकतम तापमान 33 डिग्री से ऊपर पहुंच चुका है. इसके अलावा लोगों को अभी से ही तपती गर्मी (Heat) का एहसास भी होने लगा है. वहीं, दिल्ली (Delhi) में बीते कुछ वर्षों से बारिश (Rain) की स्थिति सामान्य रही है लेकिन इस बार पर्यावरण विशेषज्ञों की मानें तो दिल्ली में अच्छी बारिश होना कई मायनों में महत्वपूर्ण है. फरवरी माह में यमुना का घटता जलस्तर (yamuna water level) राजधानी में एक बड़े जल संकट (water crisis) की ओर इशारा कर रहा है.


'लगातार घट रहा है यमुना का जलस्तर'
विशेषज्ञों के मुताबिक बीते एक हफ्ते से यमुना का जलस्तर लगातार घट रहा है. यमुना के सामान्य जल स्तर की बात करें तो यह 674.5 फिट है जबकि वर्तमान में यमुना का जलस्तर 671.8 फिट के नीचे पहुंच चुका है. इसके अलावा दिल्ली के कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर सप्लाई के दौरान गंदा पानी पहुंच रहा है जैसे गीता कॉलोनी, गांधी नगर आदि. इसकी वजह से लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ चुकी हैं. वहीं दिल्ली के बड़े ट्रीटमेंट प्लांट में से एक वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट अपनी क्षमता से लगभग 15% कम पानी सप्लाई कर रहा है.


जल विभाग में बढ़ी शिकायतें
गंदा पानी और पानी सप्लाई प्रभावित होने की वजह से दिल्ली के जल विभाग में शिकायतों की संख्या भी काफी बढ़ चुकी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक पानी संकट को लेकर लोगों की शिकायतों में 16% से 20% की बढ़ोतरी देखी गई है. जल संकट को देखते हुए जल विभाग द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया जिसके माध्यम से आपात स्थिति में सेंट्रल कंट्रोल रूम पर संपर्क कर पानी टैंकर मंगवाया जा सकता है. आपात परिस्थिति में 24527679, 23634469, 1916 पर संपर्क किया जा सकता है.


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