Delhi News: आम आदमी पार्टी (AAP) को दिल्ली नगर निगम (MCD) के चुनाव जीतने के दो महीने बाद ही इस साल फरवरी में तब बड़ा झटका लगा, जब दिल्ली के तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री और वरिष्ठ पार्टी नेता मनीष सिसोदिया को आबकारी नीति मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था. दिल्ली में सत्तारूढ़ दल को अक्टूबर में तब एक और झटका लगा जब उसके राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को प्रवर्तन निदेशालय ने आबकारी नीति मामले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार कर लिया था.


बीजेपी ने भ्रष्टाचार और दिल्ली में खराब बुनियादी संरचना समेत अन्य मुद्दों पर आम आदमी पार्टी को कमजोर करने के लिए 2023 में अपने प्रयास तेज कर दिए. कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने अपने नए प्रमुख अरविंदर सिंह लवली के नेतृत्व में 2024 के लोकसभा चुनावों और 2025 के विधानसभा चुनावों से पहले राष्ट्रीय राजधानी में अपने संगठन में नई ऊर्जा भरने की कोशिश तेज कर दी है.


आप के नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन उसका कहना है कि पार्टी की देशभर में बढ़ती लोकप्रियता की वजह से जांच एजेंसियां बीजेपी नीत केंद्र सरकार के इशारे पर उसके पीछे पड़ी हैं. हालांकि इस साल आप के लिए एक अच्छी खबर भी आई. निर्वाचन आयोग ने दिल्ली, गोवा, पंजाब और गुजरात में चुनाव में प्रदर्शन के आधार पर उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया.


पार्टी का आरोप है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में उन्हें दो बार पेश होने के लिए समन भेज चुका है. केजरीवाल इन समन को गैरकानूनी बताकर अब तक एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं, लेकिन उन्हें तीन जनवरी को पेश होने के लिए एक और समन भेजा गया है.


आम आदमी पार्टी दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में ‘मैं भी केजरीवाल’ अभियान चला रही है और जनता की राय ले रही है कि यदि केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाता है तो उन्हें मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए या नहीं. पार्टी ने अपने संगठन को भी मजबूत करने के लिए काम शुरू कर दिया है और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले नये पदाधिकारियों की नियुक्ति की है.


वह ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा होने के चलते 2024 के चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे के समझौते पर बातचीत करने की रूपरेखा तैयार कर सकती है. आप के सूत्रों ने पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना को खारिज कर दिया है. दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने इस साल मार्च में वीरेंद्र सचदेवा को अध्यक्ष बनाया. वह इस पद पर पिछले 13 साल में पंजाबी पृष्ठभूमि से आये पहले नेता हैं.


पिछले साल एमसीडी चुनाव में बीजेपी की हार के बाद तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने इस्तीफा दे दिया था. उस समय सचदेवा (55) दिल्ली बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष थे. पिछले साल दिसंबर में एमसीडी चुनाव में हार के बाद बीजेपी ने आप को कमजोर करने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए.


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