पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. अब इन यात्रियों को सफर और भी आसान होने वाला है. दरअसल केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा है कि केंद्र सरकार ने घटियाबगड से लिपुलेख तक की सीमा सड़क को पक्की करने के लिए 60 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है और जल्द ही श्रद्धालु कार से कैलाश मानसरोवर की यात्रा कर सकेंगे.


रक्षाकर्मियों को मिलेगी मदद
पिथौरागढ़ जिले के गुंजी गांव में एक धार्मिक पर्व के समापन समारोह में रविवार को अजय भट्ट ने ये ऐलान किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पक्की सड़क बनने से न केवल रक्षाकर्मियों को सीमा चौकियों तक जल्द पहुंचने में मदद मिलेगी बल्कि इससे देश भर के पर्यटकों को इस अनूठी जगह पर पहुंचने और यहां की विशिष्ट संस्कृति और खानपान को जानने का मौका भी मिलेगा. 


पर्यटन में भी होगा फायदा
गुंजी, कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा के रास्ते में आने वाला एक सीमावर्ती गांव है जो पिथौरागढ़ जिले के धारचूला सब डिवीजन में व्यास घाटी में 10,000 फीट की उंचाई पर स्थित है. भट्ट ने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में यह क्षेत्र सर्वाधिक पसंदीदा सीमावर्ती पर्यटन गंतव्य के रूप में उभरेगा. उन्होंने कहा कि भारत-चीन सीमा पर सड़क नेटवर्क होने से स्थानीय लोगों को अपने गांवों में होमस्टे संचालित करने और अन्य पर्यटन संबंधित व्यापार करने में भी मदद मिलेगी.


पिछले साल हुए था उद्घाटन
बेहद कठिन भौगोलिक क्षेत्र में सीमा के पास सड़क नेटवर्क तैयार करने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बीआरओ ने लद्दाख में 19,300 फीट की उंचाई पर उमलिंगला में सीमा सड़क का निर्माण किया है. 75 किलोमीटर लंबी घटियाबगड-लिपुलेख सड़क का पिछले साल मई में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उद्घाटन किया था.


ये भी पढ़ें


Delhi Coronavirus: त्योहार के आगे कोरोना को भूले दिल्ली वाले, बाजारों में हो रही जबरदस्त भीड़


Delhi Pollution: दिवाली से पहले दिल्ली-NCR की हवा का मिजाज बिगड़ा, AIQ 'बेहद खराब', सरकार ने दी ये सलाह