नियोजित शिक्षकों को नीतीश सरकार का चुनावी तोहफा, स्थाई शिक्षकों जैसी मिलेगी सुविधा
कैबिनेट की मुहर के बाद, अब नियोजित शिक्षक बिहार के किसी भी कोने में ट्रांसफर ले सकेंगे. साथ ही, अब उनके वेतन में भी 15 फीसदी का इजाफा हुआ है. शिक्षकों को 1 अप्रैल 2021 से इसका लाभ मिलेगा.
बिहार: पटना में मंगलवार को नीतीश कुमार ने अपने कैबिनेट के साथ बैठक की जहां कई मुद्दों पर बातचीत हुई. इस मीटिंग में नीतीश सरकार ने एक बड़ा फैसला सुनाते हुए बिहार चुनाव से पहले नियोजित शिक्षकों को बड़ा तोहफा दिया.
नीतीश कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है. शिक्षकों की नाराजगी दूर करने के लिए नीतीश ने चुनाव से पहले बड़ा ऐलान किया है. बिहार के नियोजिक शिक्षकों के सेवा शर्त नियमावली को मंजूरी दी गई है. ईपीएफ का मिलेगा जहां एक सितंबर 2020 से एक अप्रैल 2021 से सैलिरी में 15 फीसदी का इजाफा होगा. महिला या दिव्यांग शिक्षक और लाइब्रेरियन को एक बार तबादला का मौका दिया जाएगा. पुरुष हैं तो सिर्फ म्यूचुवल होगा.
कोविड के कारण 33 फीसदी टैक्स कम आया है. अर्न लीव अर्जित अवकाश 11 दिन का और ज़्यादा से ज़्यादा 120 दिन तक बनेंगे. तो वहीं तीन साल की नौकरी के बाद स्टडी लीव पर जा सकेंगे. मातृत्व का 135 दिनों का लाभ मिलता था अब 180 दिन का मिलेगा जबकि पितृत्व अवकाश 15 दिन का मिलेगा.
किसी शिक्षक की मौत पर परिवार के सदस्य को योग्यता के आधार पर वर्ग तीन या चार में नौकरी मिलेगा. गेस्ट टीचर को पांच अंक का वेटेज दिया जाएगा.प्राथमिक शिक्षकों को भी प्रोमोशन का लाभ मिलेगा. मिडिल और हाई स्कूल में वैकेंसी इनसे 50 फीसदी तक भरा जाएगा.
प्राथमिक से अगर कोई मिडिल स्कूल या हाई स्कूल में जाएगा तो पे प्रोटेक्शन मिलेगा. संस्कृत शिक्षकों को रिवाइज पे स्केल का प्रावधान किया. जुलाई और अगस्त की सैलिरी के लिए 1560 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं.