पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार शनिवार को कैबिनेट की बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत पर भड़क उठे. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने शिकायत की कि प्रधान सचिव उनकी बात नहीं सुनते हैं. पदाधिकारी न तो नहीं करते हैं लेकिन काम भी नहीं करते हैं. कैबिनेट की बैठक में सभी मंत्री मौजूद थे.


स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने जैसे ही कहा कि मुझे कुछ कहना है इसपर सीएम ने कहा कि आपके विचार से क्या फर्क पड़ता है? फिर तो वे लगातार स्वास्थ्य विभाग के कामकाज पर सवाल करते रहे. कैबिनेट की बैठक में सीएम आग बबूला हो गए.


सीएम ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को कड़े लहजे में अल्टीमेटम दिया और कहा कि आरटीपीसीआऱ टेस्ट 20 हज़ार प्रतिदिन नहीं हुआ तो कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा, “आपसे से विभाग नहीं संभालता तो छोड़िए विभाग. अपने विचार अपने पास रखिए. अनुमंडल स्तर  पर हॉस्पिटल 100 बेड की व्यवस्था हो. हॉस्पिटल में  ऑक्सीजन की भरपूर व्यवस्था होनी चाहिए. जिलों के मरीज़ों का उनके ही जिलो में ही इलाज  होना चाहिए. पटना के हॉस्पिटलों पर अतिरिक्त बोझ ने पड़े.’’


सीएम नीतीश ने कहा कि जब दिल्ली में रोज 38 हजार टेस्ट हो सकते हैं तो बिहार में क्यों नहीं? सीएम ने कहा कि पिछले 14 साल में उनके सामने ऐसी परिस्थिति नहीं आई. जल्द बढ़ाएं नहीं तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी.


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