(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Satya Pal Malik Exclusive: चुनाव नहीं लड़ूंगा लेकिन कांग्रेस-सपा-RLD के पक्ष में 2024 में करूंगा कैंपेन: सत्यपाल मलिक
Satya Pal Malik Exclusive: सत्यपाल मलिक अब भाजपा को केंद्र से बेदखल करने के लिए 2024 में कांग्रेस, सपा और आरएलडी सहित अन्य पार्टियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करने की तैयारी में है.
Satya Pal Malik News: जिस बीजेपी ने सत्यपाल मलिक को बिहार, जम्मू-कश्मीर, गोवा सहित कई राज्यों का राज्यपाल बनाया. वह मलिक अब भाजपा को केंद्र से बेदखल करने के लिए 2024 में कांग्रेस, सपा और आरएलडी सहित अन्य पार्टियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करने की तैयारी में है. उन्हें आज भी बीजेपी के कई नेता पंसद हैं, लेकिन आज भी कुछ से खासे नाराज हैं. इन तमाम सवालों को लेकर एबीपी लाइव ने सत्यपाल मलिक से लंबी बातचीत की. आप भी पढ़िए बातचीत के प्रमुख अंश.
1. लंबे समय के बाद अचानक सत्यपाल मलिक कहां गायब हो गए? चर्चाओं से दूर गए?
जवाब: कहां गायब हो गया हूं? अननेसरी कंट्रोवर्सी खड़ा नहीं करता हूं. महीने में 8-10 पब्लिक मीटिंग करता हूं.
2. पब्लिक मीटिंग में जो पहले तेवर थे, अब वो नजर नहीं आते?
जवाब: तेवर वही हैं. सवाल यह है कि तब मैं गवर्नर था, अब नहीं हूं. उसमें लोग कंट्रोवर्सी ढूंढते थे. अब मैं सिंपल बातें बोलता हूं.
3. पिछले दिनों आपकी सुरक्षा हटा ली गई, उस पर क्या कहना चाहते हैं आप?
जवाब: उस पर मैं कुछ भी नहीं कहना चाहता हूं. जिसके हाथ में है वो सुरक्षा दे या न दे. वो मेरे हाथ में नहीं है. मैं सुरक्षा के लिए डिजर्व करता हूं. मेरे लिए कश्मीर की कमेटी ने लिखा था, इनके थ्रेट वास्तविक में हैं. पाकिस्तान और टेररिस्ट से खतरा है. इनके पास मकान होना चाहिए और जेडप्लस सुरक्षा जरूरी है. मेरे पास बस अब एक पीएसओ है.
4. अपनी सुरक्षा को लेकर क्या आपने केंद्र सरकार को कोई चिट्ठी लिखी थी? आप केंद्र पर हमेशा हमला बोलते हैं क्या इसलिए आपकी सुरक्षा हटा दी गई?
जवाब: हां, मैंने दो बार केंद्रीय गृह मंत्री को चिट्ठी लिखा थी. लेकिन वो समझे कि मैं सुरक्षा के लिए मरा जा रहा हूं. इसलिए मैंने सोचा कि कुछ नहीं कहूंगा. हालांकि, मैं कोर्ट में जाऊं तो मुझे तुरंत सुरक्षा मिल जाएगी. अमित शाह से मेरे हमेशा अच्छे संबंध थे. हां, पीएम मुझसे किसान के मुद्दे पर नाराज थे. मेरी सुरक्षा पीएम के इनिशिएटिव पर विड्रॉल की गई है.
5. आगे की क्या तैयारी है? क्या आप कोई राजनीतिक पार्टी ज्वाइन करने वाले हैं?
जवाब: कोई राजनीतिक दल ज्वाइन नहीं करूंगा. न कोई चुनाव लड़ूंगा. हां, 2024 में कैंपेन जरूर करूंगा. किसान की राजनीति करने वालों के लिए प्रचार करूंगा. अभी किसी दल के बारे में बताना ठीक नहीं होगा. सपा, कांग्रेस और अजीत सिंह के बेटे के लिए प्रचार करूंगा.
6. आपको गवर्नर बीजेपी ने बनाया और प्रचार कांग्रेस के लिए करेंगे?
जवाब: गवर्नर बीजेपी ने बनाया था. जो सही बात थी. वो मैंने कही है. कोई गलत बात नहीं कहा हूं. उसे वो महसूस कर गए, ये उनके मन की बात है. बीजेपी नहीं कह रही कि मेरे लिए प्रचार कीजिए.
7. आपने कहा था कि गवर्नर पद से हटने के बाद पत्ते खोलूंगा? क्या कोई पत्ते खोले आपने?
जवाब: मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा है. लेकिन कश्मीर पर एक किताब लिख रहा हूं, उसमें पूरी सच बातें होंगी.
8. अपने दो बातें कहीं थी कि अगर मैं सिग्नेचर कर देता तो इतने पैसे मिल जाते...कितना ऑफर था? इसमें सच्चाई कितनी है?
जवाब: ऑफर नहीं था. चर्चा थी कि इतने पैसे मिल जाएंगे. लोग उसके बीच में थे. मैंने दोनों डील कैंसिल कर दीं, जिसमें एक अंबानी का भी मामला था.
9. सीबीआई ने आपसे क्या कोई पूछताछ की है?
जवाब: यहां बताना ठीक नहीं होगा. पूछताछ में हमने सबका नाम दे दिया है. हमने बताया था कि उसमें पीएम के ही लोग थे. मैंने पीएम को बताया था. जैसे मैंने कैंसिल किया और दिल्ली आकर पीएम को बताया. मैंने कहा, अगर आपको दिलचस्पी हो तो किसी और दूसरे व्यक्ति को वहां पर भेज दीजिए. लेकिन उन्होंने हमारा साथ दिया. इसकी मैं सराहना करता हूं. पीएम ने तब कहा था कि भ्रष्टाचार के मामले में कोई समझौता नहीं होना चाहिए.
10. जब अनुच्छेद 370 हटाई जा रही थी तब आपकी मनोदशा क्या थी?
जवाब: अनुच्छेद 370 बीजेपी के एजेंडे में था. हमारा भी एजेंडा था. इतना माहौल बना रखा था कि इसका कोई भी विरोध न हो और हुआ भी यही. विरोध नहीं हुआ. एक गोली तक न चली और न ही कुत्ता तक भौंका.
11. इसमें किसकी सफलता मनाई जाए? गवर्नर की, केंद्र की या गृह मंत्रालय की?
जवाब: वहां पर जो लोग थे उनकी मानसिकता को मैंने समझा. मैंने सभी को अपना डायरेक्ट नंबर दे रखा है. रात 2 बजे भी किसी का फोन आता था तो मैं उठाता था. उनकी परेशानी को दूर करने का प्रयास होता था. उन्हें मुझसे अपनापन जैसा महसूस होता था. हुर्रियत भी मेरे पक्ष में हो गई थी. वहां तो लोग मुझसे खुश थे. पहली बार ऐसा हुआ, जब अमित शाह गए तब कोई विरोध नहीं हुआ.
12. जब यह घटनाक्रम हो रहा था तो फारूक अब्दुल्ला सहित अन्य नेता आप से मिले थे?
जवाब: नहीं, उस समय वो नहीं मिले थे. लेकिन महबूबा मुफ्ती एक दिन पहले मिलने आई थीं.
13. अनुच्छेद 370 हटाते समय आपने कैसे कंट्रोल किया था?
जवाब: सबकुछ अपने आप हो गया. सेन्स ऑफ फटीग पैदा करना होता है. उन लोगों को मैंने समझाया था. बातचीत से पूरी दुनिया ले सकते हो. लड़ाई से कुछ नहीं मिलने वाला. उन्हें ये बातें समझ में आ गई थीं. सेन्स ऑफ फटीग वो चली गई थी वहां से. मेरे जाने के बाद पत्थरबाजी बिलकुल बंद हो गई थी. मैंने फौज को कह दिया था कि पलटकर गोली मार देना. मैं देख लूंगा. कोई मुकदमा नहीं होगा. मैंने मौखिक आदेश दे दिया था.
14. क्या लगता है किसानों का मुद्दा अब खत्म हो गया है या जीवित है?
जवाब: किसानों का मुद्दा कभी खत्म नहीं होगा. एमएसपी के लिए भयंकर लड़ाई होगी. किसान शांत नहीं होने वाले हैं.
15. पहली बार किसानों के खाते में कोई सरकार सीधे पैसा डाल रही है? फिर भी आप कह रहे हैं कि काम नहीं हो रहा?
जवाब: साल में 6000 दिया जा रहा है. उससे क्या होगा? सरकार किसानों का तेल निकाल ले रही है. किसान के फसलों की कीमत उतनी नहीं बढ़ रही है जितनी अन्य चीजों की बढ़ रही है. इसलिए किसान लगातार गरीब हो रहा है. यही उसकी परेशानी का बड़ा कारण है. पीएम मोदी ने कहा था कि सब ठीक होगा, लेकिन हो नहीं पाया. ये जो पैसा बांटा जा रहा है ये ज्यादा काम नहीं करता.
16. किसान नाराज थे, फिर भी यूपी में बीजेपी चुनाव जीत गई?
जवाब: मायावती ने पश्चिमी यूपी में अपना वोट ट्रांसफर किया है. नहीं तो बीजेपी बुरी तरह चुनाव हार रही थी. इसका बूथ वाइज मेरे पास प्रमाण है. दो पब्लिक मीटिंग में मायावती ने कहा था कि अगर हम नहीं जीत रहे तो अपना वोट भाजपा को दे देना. वरना भाजपा जीत नहीं पाती. वहां तो बीजेपी हारी हुई थी.
17. राहुल गांधी के साथ जो हुआ है, उसको लेकर आप क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: मेरा बोलना ठीक नहीं है. फिर भी जो हुआ ये ठीक नहीं हुआ. उसमें सरकार की नीयत ठीक साबित नहीं हुई. उसे 10 दिन बाद हटा सकते थे. इससे अच्छा संदेश नहीं गया है. पार्लियामेंट में कोई अपना पक्ष रखे. स्पीकर ने राहुल गांधी को बोलने का मौका नहीं दिया. यह गलत है. उसका बोलने का हक था. राहुल की बात से मैं सहमत हूं. राहुल ने कुछ भी भाजपा के लिए नहीं बोला है. तीन चिट्ठी लिखने के बाद राहुल को बोलने का मौका नहीं दिया गया. मकान खाली कराने का मामला ठीक नहीं है. यह बहुत छोटा काम है.
18. यूपी में योगी आदित्यनाथ को कैसे देख रहे हैं?
जवाब: यूपी में योगी आदित्यनाथ सफल मुख्यमंत्री हैं. ईमानदार हैं और साफ बोलने वाले हैं. उनका कोई रैकेट नहीं है. उनका निजी कोई स्वार्थ नहीं है. उनका काम मुझे ठीक लगा. यूपी में दंगे नहीं हो रहे. यह सब प्रमाण है. रामनवमी को जो कुछ राज्यों में दंगे हुए तो लोग याद कर रहे कि योगी होते तो दंगा नहीं होता.
19. राजस्थान के 2023 के विधानसभा चुनाव में क्या होने वाला है?
जवाब: राजस्थान में अगर वसुंधरा राजे को आगे किया जाए तो बीजेपी चुनाव जीत सकती है, वरना हार जाएगी. वसुंधरा से मेरे अच्छे संबंध हैं. मैं चाहता हूं कि उन्हें सीएम पद के लिए प्रोजेक्ट किया जाए, लेकिन ऐसा होगा नहीं. हरियाणा में भाजपा चुनाव बुरी तरह हार जाएगी. वहां पर पीएम के नाम पर कोई वोट नहीं पड़ने वाला है.
20. 2024 में कौन हो सकता है भाजपा के खिलाफ बड़ा चेहरा?
जवाब: राहुल गांधी इस बार पीएम की दौड़ में नहीं हैं. कई चेहरे सामने आने से मामला गड़बड़ हो जाता है. सभी को एक होना चाहिए तभी लड़ाई होगी. एक जुट होना पड़ेगा. वोट बंट जाता है. इसे रोकना होगा. यह लड़ाई सरकार वर्सेज जनता होगी.
21. मायावती का यूपी में क्या भविष्य है?
जवाब: मायावती चाहें तो उनका यूपी में अच्छा भविष्य है. वह निकले तो अच्छा हो सकता है, लेकिन वह निकलेंगी नहीं.
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