लखनऊ. पूर्वांचल की सियासत और अपराध की दुनिया के चाणक्य कहे जाने वाले हरिशंकर तिवारी के बेटे बहु पर सीबीआई ने करोड़ों के घपले की एफआइआर दर्ज की है. सीबीआई ने साढ़े सात सौ करोड़ के बैंक लोन फ्रॉड मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए लखनऊ नोएडा समेत चार ठिकानों पर छापेमारी भी की. सीबीआई को इस छापेमारी में तमाम फर्जी कंपनियों के दस्तावेज और बैंक खातों के विवरण मिले हैं जो बैंक के लोन की रकम को दूसरे खातों में डाइवर्ट करने के अहम सबूत बताए जा रहे हैं.
एफआईआर दर्ज की गई
सीबीआई ने बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक समेत सात बैंकों के कंसोर्सियम को 754.24 करोड़ के बैंक लोन का चूना लगाने वाली गंगोत्री एंटरप्राइजेज और उसकी दूसरी फार्मो पर धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करना में एफआईआर दर्ज की है. सीबीआई की टीम ने लखनऊ स्थित गंगोत्री एंटरप्राइजेज के दफ्तर से लेकर विनय शंकर तिवारी के आवास और नोएडा में कंपनी के डायरेक्टर के ठिकानों पर छापेमारी की. दरअसल विनय शंकर तिवारी ने बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक, एक्सिस बैंक समेत सात बैंकों के कंसोर्सियम से 1129 करोड़ का लोन लिया था. लेकिन लोन अदा करने के चलते कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया, बैंक ने नॉन परफॉर्मिंग असेट्स यानी एनपीए कर दिया.
पहले भी जारी किया था नोटिस
सीबीआई के द्वारा की गई इस छापेमारी में विनय शंकर तिवारी की कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज के साथ-साथ रॉयल एंपायर मार्केटिंग व कंदर्प होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों पर भी छापा मारा गया. दरअसल यह सभी कंपनियां गंगोत्री इंटरप्राइजेज का ही हिस्सा रही और जिस के डायरेक्टर विनय शंकर तिवारी के पिता हरिशंकर तिवारी, भाई भीष्म शंकर तिवारी समेत परिवारी जन बनाए गए थे. डीआरटी आनी डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल ने भी इस संबंध में बीती 1 जुलाई को हरिशंकर तिवारी व विनय शंकर तिवारी समेत 33 लोगों को नोटिस जारी किया था.
जांच शुरु हुई
हालांकि सीबीआई ने बैंक लोन घपले में सिर्फ 754 करोड के मामले की जांच शुरू की है और इस मामले में विनय शंकर तिवारी उनकी पत्नी रीता तिवारी व कंपनी के दूसरे डायरेक्टर अजीत पांडे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
दर्ज होंगी और एफआईआर
करीब 8 घंटे तक सीबीआई की टीमों के द्वारा विनय शंकर तिवारी और उसकी कंपनी के ठिकानों पर दस्तावेज खंगाले जाते रहे. माना जा रहा है कि सीबीआई जल्द इस घोटाले में दूसरी बोगस कंपनियों के डायरेक्टर पर भी एफआईआर दर्ज कर सकती है, जिनमे हरिशंकर तिवारी, भीष्म शंकर तिवारी बेटा कंदर्प तिवारी डायरेक्टर थे.