असम में बाढ़ की हालत में धीरे-धीरे हो रहा सुधार, अभी भी 10 जिलों में 84 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित
असम में इस साल बाढ़ और भूस्खलन के कारण 136 लोगों की मौत हो गयी. बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 110 लोगों की मौत हो गई. वहीं 26 लोग भूस्खलन में मारे गए.
गुवाहाटीः बीते लगभग 2 महीनों से बाढ़ से जूझ रहे असम में स्थिति में लगातार सुधार होता दिख रहा है. हालांकि राज्य के दस जिलों में अब भी करीब 84,100 लोग इससे प्रभावित हैं. एक आधिकारिक बुलेटिन में गुरुवार को यह जानकारी दी गयी. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि अभी, 177 गांव और 15,964 हेक्टेयर भूमि जलमग्न है.
गोलपारा जिला अभी भी सबसे ज्यादा प्रभावित
बुधवार को 15 जिलों के 270 गांवों में 1.43 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित थे. असम में इस साल बाढ़ और भूस्खलन के कारण 136 लोगों की मौत हो गयी. बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 110 लोगों की मौत हो गई. वहीं 26 लोग भूस्खलन में मारे गए.
एएसडीएमए ने कहा कि 54,300 से अधिक लोगों के साथ गोलपारा सबसे अधिक प्रभावित जिला है जबकि बोंगाईगांव और कोकराझार जिलों में करीब 8,000 और 4,200 लोग बाढ़ से पीड़ित हैं.
इनके अलावा धेमाजी, बक्सा, चिरांग, कामरूप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, मोरिगांव और नगांव जिले भी अभी बाढ़ से प्रभावित हैं और यहां हालात में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है.
धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर ब्रह्मपुत्र नदी
एएसडीएमए ने कहा कि अधिकारी चार जिलों में छह राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं जहां अभी 514 लोगों ने शरण ले रखी है.
वहीं जोरहाट जिले के धुबरी और निमतिघाट शहरों में ब्रह्मपुत्र नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बाढ़ के कारण धुबरी में सड़कों को काफी नुकसान हुआ है, तो वहीं बक्सा जिले के कई इलाकों में जमीन धंस गई है.
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