गोरखपुर: लाखों की साइबर ठगी करने वाले 6 लोग गिरफ्तार, SSP, MLA समेत वकील को भी बनाया शिकार
गोरखपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मथुरा के दो किशोर और इनके चार अन्य साथियों को ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है. शातिरों ने गोरखपुर के एसएसपी, विधायक और वकील के शुभचिंतकों को अपना शिकार बनाकर ठगा.
मथुरा के दो किशोर और इनके चार अन्य साथियों को गोरखपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इन शातिरों ने गोरखपुर के एसएसपी, विधायक और वकील के शुभचिंतकों को अपना शिकार बनाकर उनसे फेक एकाउंट में रुपए ट्रांसफर करा लिए हैं.
इन शातिरों ने उनके फेसबुक और व्हाट्सएप हैक और मिलती-जुलती आनीईडी बनाकर उस पर उनकी फोटो और नाम से रुपए ऐंठ लिए हैं. गोरखपुर के एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने पुलिस लाइन्स के व्हाइट हाउस सभागार में घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि क्राइम ब्रांच ने मथुरा के रहने वाले दो किशोर समेत कुल छह साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने 5 मोबाइल सेट और 8 सिम कार्ड बरामद किए
इनकी पहचान मथुरा जिले के गोवर्धन थानाक्षेत्र के मडौरा गांव के रहने वाले दो किशोर, अन्सार खान, साकिर खान, वहीद खान और कासिम खान के रूप में हुई है. इनके पास से पुलिस ने 5 मोबाइल सेट और 8 सिम कार्ड बरामद किया है. इन आरोपियों ने दो से ढाई साल में 50 लाख रुपए से अधिक की साइबर ठगी की है.
उन्होंने बताया विगत दिनों में तमाम प्रतिष्ठित लोगों के व्हाट्सएप और फेसबुक आईडी से फोटो चुराकर फेक आईडी बनाकर उनके परिचितों से रुपए फेक खातों में ट्रांसफर कराने वाले छह आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि इनमें दो किशोर हैं. इस मामले में पूर्व में कैण्ट थाने में आईपीसी की धारा 379, 419, 420, 465, 467, 468, 468, 471, 120बी, 66, 66बी, 66सी, 66 डी, 74 आईटी एक्ट, आईपीसी की धारा 66 डी आईटी एक्ट और धारा 66 आईटी एक्ट के तहत तीन एफआईआर दर्ज की गई थी.
फेक प्रोफाइल बनाकर उनके शुभचिंतकों से आर्थिक मदद मांगते हैं
ये लोग फेक प्रोफाइल बनाकर उनके शुभचिंतकों से आर्थिक मदद मांगी जाती रही है. इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज हुई है. उन्होंने बताया कि इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. इनके कब्जे से मोबाइल और सिम बरामद हुआ है. इनके द्वारा घटना को स्वीकार किया गया है. उन्होंने बताया कि ये प्रतिष्ठित लोगों की फेसबुक और व्हाट्सएप आईडी को ढूंढते हैं.
इसके माध्यम से फेक आईडी बनाकर उनके परिचितों को ढूंढते हैं और उनसे रुपए मांगते हैं. इसके अलावा ये लोग तमाम अन्य साइबर क्राइम में भी लिप्त पाया गया है. पुलिस द्वारा इसकी जांच की जा रही है. इन्हें गिरफ्तार करने वाली टीम को 25 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जा रहा है.
नए-नए तरीके से ये लोग अलग-अलग साइबर क्राइम कर रहे हैं- एसएसपी
एसएसपी ने बताया कि उन्हें जो जानकारी मिल रही है, उसके माध्यम से इनका पूरा गांव साइबर अपराध में शामिल है. नए-नए तरीके से ये लोग अलग-अलग साइबर क्राइम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इनकी गिरफ्तारी में मथुरा पुलिस का भी काफी सहयोग रहा है. एसएसपी ने बताया कि दो से ढाई साल में 50 लाख से अधिक रुपए ये लोग कमा चुके हैं. आरोपियों अन्सार खान और दो किशोरों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वे मोबाइल नम्बर की सीरीज पकड़कर फेसबुक के लागिन पेज पर जाकर यूजर आईडी और पासवर्ड में इन्टर करते रहे हैं.
यूजर जिस आईडी का यूजर आईडी, मोबाइल नम्बर और पासवर्ड मोबाइल नम्बर, नाम, मोबाइल नम्बर के छः अंक होते हैं, उस फेसबुक को लागिन करके हैक कर लेते हैं. इनके खिलाफ गोरखपुर के एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु, कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह और वकील नीरज शाही के फेसबुक और व्हाट्सएप हैक कर उनके परिचितों और शुभचिंतकों से रुपए मांगने का आरोप है. एसएसपी ने बताया कि दो से ढाई साल में इन लोगों ने 50 लाख से अधिक की रकम साइबर ठगी ऐंठ चुके हैं.
उसी आईडी से उनके फेसबुक फ्रेन्ड्स और व्हाट्सएप पर फोटो बदलकर उनके परिचितों से मदद के नाम पर Google pay, Phonepe, Paytm के माध्यम से फर्जी वालेट/बैंक खातों में पैसे की मांग करते हैं. नेता, पुलिस, व्यवसायी, प्रतिष्ठित लोगों की प्रोफाइल फेसबुक पर सर्च करके उनके फोटो, नाम और फ्रेन्ड्स लिस्ट को चुराकर फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर उनके जानने वालों को शिकार बनाते रहे हैं. इसके अलावा कम्पनियों में जॉब दिलाने और लाटरी के नाम पर लोगों से उनका आधार कार्ड, पैन कार्ड, ओटीपी प्राप्त कर फर्जी डिजीटल एकाउन्ट खोलकर उसमें पैसे जमा कराते रहे हैं.
आरोपी शाकिर खान ने पुलिस की पूछतांछ में बताया कि मथुरा के गोवर्धन के देवसेरस के रहने वाले संजय फर्जी खाता उपलब्ध कराता रहा है. इनमें से 80% फेसबुक आईडी हैक करने वाले अन्सार और दो अन्य किशोर, 15% संजय और 5% कमीशन स्वयं रख लेता रहा है. वहीद खान और कासिम खान ने पुलिस को बताया कि वहीद का भतीजा भरतपुर राजस्थान के जुहेडा थानाक्षेत्र के हीराजीरा का रहने वाला ट्रक चालक मुजफ्फर यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखण्ड, पं. बंगाल, असम और दिल्ली के फर्जी सिम एक हजार रुपए में उपलब्ध कराता रहा है.
सोशल नेटवर्किंग साइट्स (फेसबुक/इन्स्टाग्राम/व्हाट्सअप) के प्रयोग में बरतनी जाने वाली प्रमुख सावधानियां-
- अपना यूजर आईडी एवं पासवर्ड किसी से शेयर न करें.
- सोशल नेटवर्किंग साइट्स का पासवर्ड मोबाइल नम्बर, नाम, जन्मतिथि आदि न रखे. पासवर्ड हमेशा Strong रखे तथा पासवर्ड में एल्फावेट, न्यूमैरिक, स्पेशल करेक्टर आदि का प्रयोग अवश्य करें.
- Two factor Authentication Option को प्रयोग करें.
- अनजान व्यक्तियो की Friend Request Accept करने में सावधानी बरतें.
- फेसबुक पर Profile Lock लगाकर रखें.
- सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक /इन्स्टाग्राम आदि के माध्यम से यदि आपके परिचित द्वारा मैसेज करके पैसे की मांग की जाय तो उनसे फोन से सम्पर्क करने के उपरान्त ही लेन-देन करें.
- अपनी निजी जानकारियां व फोटो पोस्ट करने में सावधानी बरतें.
- किसी भी अवांछनीय लिंक /मैसेज पर क्लिक करने से बचे.
- आधार कार्ड, पैन कार्ड, डी0एल0, वायोडाटा, ओटीपी आदि व्हाट्सअप, फेसबुक, मैसेन्जर, इन्स्टाग्राम, ट्वीटर आदि सोशल साइट्स पर शेयर करने व किसी अन्जान व्यक्ति को नौकरी/ लाटरी आदि के नाम पर शेयर न करें.
यह भी पढ़ें.
JP Nadda UP Visit: 7 और 8 अगस्त को यूपी का दौरा करेंगे जेपी नड्डा, चुनावी रणनीति पर होगा मंथन