Gujarat News: गुजरात में AAP को फिर लगा झटका, पार्टी के दो और पार्षदों ने थामा बीजेपी का दामन
AAP Corporators Joins BJP: पार्षद कानू गेदिया और अल्पेश पटेल दोनों शुक्रवार को बीजेपी में शामिल हो गए. आप ने कानू गेदिया को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बाहर का रास्ता दिखाया था.
Gujarat AAP News: गुजरात में आम आदमी पार्टी को एक और झटका लगा है. पार्टी के दो और पार्षदों ने शुक्रवार (21 अप्रैल) को बीजेपी का दामन थाम लिया. पार्षद कानू गेदिया और अल्पेश पटेल शुक्रवार को बीजेपी में शामिल हो गए. दरअसल आप ने कानू गेदिया को पार्टी विरोधी गतिविधि को लेकर पार्टी से बाहर किया गया था. बता दें कि एक हफ्ते पहले आप के 6 अन्य पार्षद बीजेपी में शामिल हुए थे.
पार्टी विरोधी गतिविधि के चलते दो पार्षदों को दिखाया था बाहर का रास्ता
आप ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि गेदिया के साथ एक अन्य पार्षद राजेश मोराडिया को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया है. पार्टी ने यह भी कहा कि दोनों को पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर बाहर का रास्ता दिखाया गया है क्योंकि वे पैसे का वादा करके दूसरों को बीजेपी में शामिल होने के लिए उकसा रहे थे.
गेदिया और पटेल को दिया गया पैसों का लालच- गोपाल इटालिया
आप नेता गोपाल इटालिया ने दावा किया कि गेदिया और पटेल दोनों पार्षद बीजेपी में इसलिए गए क्योंकि उन्हें पैसों का लालच दिया गया था. हालांकि बीजेपी ने इससे इनकार किया है और कहा कि वे स्वेच्छा से पार्टी में शामिल हुए हैं और किसी भी तरह के लालच या दबाव में पार्टी में नहीं आए हैं. बीजेपी के एक नेता ने कहा कि ये पार्षद गुजरात में पार्टी के काम से प्रभावित थे इसलिए वे पार्टी में शामिल हुए.
अब तक 12 पार्षद छोड़ चुके हैं आप का साथ
इसी के साथ सूरत नगर निगम (SMC) में आप की ताकत घटकर 15 रह गई है. आप ने 2021 के शहरी निकाय चुनाव में 27 सीटें जीती थी जिसमें से अब तक 12 पार्षद बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. इससे पहले 14 अप्रैल को आप के 6 पार्षद स्वाति क्यादा, निराली पटेल, धर्मेंद्र वावलिया, अशोक धामी, किरण खोखानी और घनश्याम गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी की उपस्थिति में बीजेपी में शामिल हुए थे. इससे पहले आम आदमी पार्टी के चार पार्षद रीता खैनी, ज्योति लठिया, भावना सोलंकी और विपुल मोवालिया बीजेपी में शामिल हुए थे.
यह भी पढ़ें: Gujarat Riots: नरोदा गाम दंगा मामले में सभी 67 आरोपी बरी, जानें कब क्या हुआ?