Gujarat ABP C-Voter Opinion Polls: गुजरात चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) आगामी विधानसभा चुनाव में पूरा दमखम दिखा रही है. गुजरात में बीजेपी 27 सालों से सत्ता में हैं और कांग्रेस बीजेपी को कड़ी टक्कर देने में जुटी हुई है. अगले महीने दो चरणों में होने वाले चुनाव को ओवैसी की AIMIM ने रोचक बना दिया है. गुजरात में आगामी चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) और एआईएमआईएम कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकती है. गुजरात में ओवैसी ने उन निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारा है जहां मुस्लिम और दलित बहुल हैं. राजनितिक विशेषज्ञ मानते हैं, इससे बीजेपी को फायदा हो सकता है क्योंकि वोट बंटने की संभावना है.
ओवैसी से किसे नुकसान और फायदा?
गुजरात चुनाव में अब बड़ा सवाल ये है कि ओवैसी की वजह से बीजेपी को गुजरात मे फायदा होगा या नुकसान होगा? गुजरात चुनाव में ओवैसी किसका खेल बिगाड़ेंगे. सी-वोटर ने गुजरात की जनता से सवाल किया कि, ओवैसी की वजह से बीजेपी को गुजरात में फायदा होगा? इस सर्वे में लोगों ने अपने दिल की बात कही है. इस सर्वे में 51 फीसदी गुजरात की जनता ने 'हां' में जवाब दिया है. मतलब गुजरात की 51 फीसदी जनता ये मानती है कि ओवैसी की वजह गुजरात में बीजेपी को फायदा होगा. 49 फीसदी जनता ने इस सर्वे का जवाब 'नहीं' में दिया है. मतलब गुजरात की 49 फीसदी जनता ये मानती है कि ओवैसी की वजह से बीजेपी को गुजरात में फायदा नहीं होगा.
गुजरात में कांग्रेस का 'KHAM' फार्मूला
कांग्रेस वर्तमान में क्षत्रिय ओबीसी, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम (KHAM) मतदाताओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जो कुल मतदाताओं का 75 फीसदी हैं. KHAM फॉर्मूले ने कांग्रेस को 1985 में 182 में से 149 सीटें जीतने में मदद की थी. हालांकि, कहा जा रहा है कि गुजरात में AIMIM और AAP कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ सकती है. कई सीटों पर वोट के बंटने की संभावना है.
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