ABP C-Voter Opinion Polls: गुजरात में कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. गुजरात में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस का दामन छोड़कर किसी अन्य पार्टी का दामन थाम लिया है. गुजरात में चुनाव से पहले सी-वोटर (C-Voter) ने एबीपी न्यूज़ के लिए एक सर्वे किया है. इस सर्वे में ये पता लगाया गया है कि, गुजरात में हिमांशु व्यास, भगवान भाई और मोहन सिंह राठवा के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी को फायदा होगा या नुकसान होगा? जानिए इस सर्वे में क्या निकल कर सामने आया.
इन दिग्गजों के कांग्रेस छोड़ने से नुकसान या फायदा?
गुजरात में एक दिसंबर और पांच दिसंबर से दो चरणों में मतदान कराए जाएंगे. चुनाव से पहले सी-वोटर ने गुजरात की जनता से पूछा कि, कांग्रेस के हिमांशु व्यास, भगवान भाई, मोहन सिंह राठवा के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी को फायदा होगा या नुकसान? गुजरात की 41 फीसदी जनता को लगता है इसका फायदा हो सकता है, गुजरात की 41 फीसदी जनता को लगता है कि इसका नुकसान हो सकता है, वहीं 18 फीसदी जनता का ये मानना है कि इसका असर नहीं होगा.
कौन हैं भगवान भाई?
गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका देते हुए भगवान भाई ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. भगवान भाई गिर सोमनाथ जिले की तलाला विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक रह चुके है. भगवान भाई सौराष्ट्र आहिर समुदस्य के नेता हैं और वे पूर्व सांसद स्वर्गीय जसाभाई बारड के भाई हैं. उनका परिवार सालों से कांग्रेस से जुड़ा हुआ है.
कौन हैं हिमांशु व्यास?
गुजरात कांग्रेस सचिव हिमांशु व्यास ने ओवरसीज कांग्रेस के प्रभारी पद से भी इस्तीफा दे दिया है. बता दें, हिमांशु व्यास सुरेंद्रनगर की वडवान सीट से दो बार चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि वह दोनों बार बीजेपी प्रत्याशी से हार गए थे. हिमांशु व्यास को सैम पित्रोदा का करीबी माना जाता है.
कौन हैं मोहन सिंह राठवा?
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 से पहले कांग्रेस को मोहन सिंह राठवा ने भी झटका दिया है. इन्होने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे के बाद राठवा ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. मोहन सिंह राठवा छोटा उदयपुर से 11 बार विधायक रह चुके हैं. कहा जा रहा है कि राठवा पिछले काफी दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे.
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