(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ahmedabad News: कांग्रेस छोड़कर दूसरी पार्टी जॉइन करने वाले नेताओं पर सीएम गहलोत ने साधा निशाना, दी ये नसीहत
Gujarat Election: गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा का चुनाव होना है. इसको लेकर सीएम गहलोत गुजरात दौरे पर हैं. सीएम गहलोत ने यहां रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाई है.
Gujarat Assembly Election: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को गुरजरात की राजधानी अहमदाबाद में थे जहां उन्होंने कहा कि अगर कुछ नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं तो इसमें चिंता की कोई बात नहीं. मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "यह एक तरह से अच्छा ही है अगर कुछ नेताओं ने पार्टी छोड़ दी, तो नए चेहरों को उठने का मौका मिलेगा." वह कुछ कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीजेपी या अन्य पार्टी में शामिल होने के सवाल पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. पिछले एक दशक में कम से कम 40 कांग्रेसी नेता और मौजूदा विधायक पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. उनमें से कुछ को राज्य सरकार में समायोजित किया गया था.
अहमदाबाद में क्या बोले सीएम गहलोत?
उपचुनावों में बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर आठ विधायक फिर से मनोनीत हुए और विधानसभा के लिए चुने गए. गहलोत ने अपने निजी अनुभव का हवाला देते हुए कहा, "जब 1977 में इंदिरा गांधी की हार हुई थी, तो लोग कहते थे कि यह पार्टी कभी सत्ता में नहीं आएगी, तब मैं एनएसयूआई के साथ था. कुछ ने पार्टी छोड़ी, मैंने नहीं छोड़ी क्योंकि मुझे पार्टी में विश्वास था. आज देखिए मैं एक राज्य का मुख्यमंत्री हूं. यदि आप किसी पार्टी में विश्वास करते हैं, तो बुरे समय में वफादार रहें, समय आपको पुरस्कृत करता है."
गहलोत ने रथ यात्रा को दिखाई हरी झंडी
गहलोत ने पार्टी के डिजिटल अभियान की शुरूआत की और रथ यात्रा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो राज्य भर में चलेगी और लोगों के विचार एकत्र करेगी. पार्टी इन्हें विचारों से घोषणापत्र बनाएगी. मौजूदा लंपी वायरस की स्थिति पर बोलते हुए गहलोत ने कहा कि, अब यह चार से पांच राज्यों में फैल गया है और स्थिति को देखते हुए, "मेरी मांग है कि केंद्र सरकार को इसे राष्ट्रीय महामारी घोषित करना चाहिए और स्थिति को संभालने के लिए राज्य को सहायता देनी चाहिए."
उन्होंने बड़ी चतुराई से आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन से पहले या बाद के सवालों से परहेज किया. उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि पार्टी इस बार बेहतर प्रदर्शन करेगी क्योंकि राज्य में लोग महंगाई, शिक्षा के निजीकरण और खराब स्वास्थ्य और खराब बुनियादी ढांचे से थक चुके हैं.
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