Ahmedabad Crime News: नवरंगपुरा से दो ट्रैवल एजेंट 1.51 करोड़ रुपये लेकर भाग गए हैं, जो उन्होंने छात्र वीजा या वर्क परमिट वीजा देने का वादा करने के बाद 31 लोगों से लिए थे. रविवार को नवरंगपुरा पुलिस में दर्ज एक प्राथमिकी में ये बातें कही गई है. सोला निवासी 24 वर्षीय हेली पटेल ने अपनी एफआईआर में कहा कि वह आईटी में इंजीनियरिंग की डिग्री कर रही है और विदेश में हायर स्टडी करना चाहती है. जनवरी में उसके पिता, मुकुंद पटेल जो सिंधु भवन रोड पर एक निजी फर्म के लिए काम करते हैं, आरोपी अन्वय सुथार से मिले.
वो नवरंगपुरा में एक ट्रैवल फर्म चलाता है. अन्वय ने हेली को पहले आईईएलटीएस (इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम) परीक्षा पास करने के लिए कहा और फिर वह उसे कनाडा के लिए छात्र वीजा और एक कनाडाई विश्वविद्यालय में प्रवेश दिलाने में मदद करेगा.
पीड़िता ने पहले 12 लाख रुपये का कर दिया भुगतान
आईईएलटीएस परीक्षा में सफल होने के बाद हेली ने अन्वय से संपर्क किया, जिसने उसके कॉलेज प्रमाण पत्र, स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र और पासपोर्ट जैसे दस्तावेज ले लिए. 16 मार्च को अन्वय ने उसे फोन किया और कहा कि उसने कनाडा के अल्गोमा विश्वविद्यालय में प्रवेश प्राप्त कर लिया है जिसके लिए उसे 12 लाख रुपये का भुगतान करना होगा. हेली ने कहा कि उसने अन्वय को 9 लाख रुपये और उसके बिजनेस पार्टनर रवि सुथार को 3 लाख रुपये का भुगतान किया था.
एजेंट ने और मांगे रुपये
बाद में, रवि ने उससे कहा कि उसे कनाडा के लिए GIC (गारंटीकृत निवेश प्रमाणपत्र) प्राप्त करने के लिए 5 लाख रुपये और देने होंगे. हेली ने कहा कि उसने उस राशि का भुगतान भी कर दिया जिसके बाद अन्वय और रवि ने उससे कहा कि उसे दो महीने में प्रवेश मिल जाएगा. बाद में उसने कनाडा में विश्वविद्यालय से पूछताछ की और पाया कि उसकी फीस का भुगतान नहीं किया गया है . जब उसने दोनों एजेंट से संपर्क किया तो उनके फोन बंद थे और एजेंट का ऑफिस भी बंद था.
पुलिस ने दर्ज किया केस
बाद में उसे पता चला कि उसके जैसे 30 अन्य लोग थे जिन्हें दोनों ने कुल मिलाकर 1.58 करोड़ रुपये की ठगी की थी. नवरंगपुरा पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश के साथ धोखाधड़ी और विश्वासघात का मामला दर्ज किया है.
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