Amit Shah Fake Video: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फेक वीडियो को शेयर करने के मामले में अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए दोनों आरोपी सतीश वंसोला और आर बी बारिया आम आदमी पार्टी और कांग्रेस नेता के करीबी बताए जा रहे हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी की प्रतिक्रिया सामने आई है.
जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि 'मैं किसी भी फेक चीज का समर्थन नहीं करता हूं. आज सोशल मीडिया का युग है. चुनाव के समय कोई प्रचार नहीं कर पाये और किसी को गिरफ्तार किया जा रहा है. बीजेपी का आईटी सेल फर्जी खबर चलाता है. 1 मई को पीएम नरेंद्र मोदी की सभा है इसका मैसेज सही नहीं जायेगा. दलित को दबाने की कोशिश हो रही है. सतीश वंसोला हमारे भाई जैसे हैं. वह जान कर गलत कदम नहीं उठा सकते हैं, उनकी नियत गलत नहीं है.'
पकड़े गए दोनों आरोपियों में सतीश वंसोला कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी का क्षेत्रीय कार्यालय संभालता है, जबकि आर बी बारीया आम आदमी पार्टी के दाहोद जिले का प्रमुख है. इनपर आरोप है कि इन्होंने अमित शाह की दो सभाओं के वीडियो को काटकर खास एजेंडे के तहत वायरल किया था.
डीसीपी लवीना सिन्हा जोन-1 अहमदाबाद ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का फेक वीडियो दो फेसबुक प्रोफाइल से सोशल मीडिया पर साझा किया गया था, जिसके खिलाफ धारा 505 ए, 1बी, 469, 153ए और आईटी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी. जांच में पता चला कि एक फेसबुक प्रोफाइल सतीश वंसोला के नाम से थी और दूसरी प्रोफाइल आरबी बारिया के नाम से थी. हमने दोनों आरोपियों को 29 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया. पिलहाल अभी जांच जारी है.
आरक्षण से जुड़ा हुआ था वीडियो
बता दें कि अमित शाह के जिस फर्जी वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा था वो आरक्षण से जुड़ा हुआ था. अमित शाह ने गुवाहाटी में उस फेक वीडियो को लेकर कांग्रेस पर हमला भी बोला है. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी झूठ फैलाकर जनता के बीच में भ्रांति फैलाना चाहती है.
उन्होंने कहा कि 'भारतीय जनता पार्टी एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण की समर्थक और हमेशा इसके संरक्षण के लिए भूमिका निभाएगी. ये बात पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कई बार बोला है. एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में किसी दल ने डाका डाला है, तो वह कांग्रेस पार्टी है.'