गुजरात: BJP विधायक को 'बदनाम' करने के आरोप में गिरफ्तार महिला को मिली जमानत, परेड वीडियो पर बवाल
Gujarat News: गुजरात के अमरेली में बीजेपी विधायक को बदनाम करने के षड्यंत्र में पायल गोटी नामक महिला को गिरफ्तार किया गया था. अदालत ने उसे जमानत दी है.
Gujarat News: गुजरात के अमरेली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक विधायक को 'बदनाम' करने की साजिश का मामला सामने आया था. इस साजिश में शामिल होने के आरोप में एक महिला को अरेस्ट किया गया था, जिसे लोकल कोर्ट ने शुक्रवार (3 जनवरी) को जमानत दे दी.
इस बीच पुलिस द्वारा महिला को परेड कराए जाने का वीडियो सामने आया, जिसके बाद विपक्षी दल और सामुदायिक संगठन उसके समर्थन में आ गए. पायल गोटी नामक 25 वर्षीय महिला उन चार लोगों में शामिल है, जिन्हें 29 दिसंबर को सोशल मीडिया पर बीजेपी विधायक कौशिक वेकारिया को बदनाम करने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
बीजेपी कार्यकर्ता अभी भी गिरफ्त में
अभियोजन पक्ष ने पायल गोटी की याचिका पर आपत्ति नही जताई, जिसके बाद अमरेली सेशल कोर्ट की जस्टिस रिजवाना बुखारी ने उसे नियमित जमानत दे दी. वहीं, बीजेपी कार्यकर्ता मनीष वघासिया दो अन्य आरोपियों के साथ अभी भी सलाखों के पीछे है.
इन चार को किया गया था गिरफ्तार
बता दें, पायल बीजेपी कार्यकर्ता और मुख्य आरोपी मनीष वघासिया के कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम करती थी. अमरेली पुलिस ने मामले में 29 दिसंबर को बीजेपी कार्यकर्ता मनीष वघासिया, पायल गोटी, बीजेपी के सरपंच अशोक मंगरोलिया और जीतू खटरा को गिरफ्तार किया था.
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, तालुका पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मनीष वाघासिया ने विधायक कौशिक वेकारिया की छवि खराब करने के उद्देश्य फर्जी लेटर हेड, हस्ताक्षर और स्टांप का इस्तेमाल किया था. लेटर हेड और सिग्नेचर शिकायतकर्ता किशोर कनपरिया के थे, जो अमरेली तालुका पंचायत के अध्यक्ष हैं.
वघासिया को शक था कि विधायक वेकारिया और किशोर कनपरिया दोनों उसके तालुका अध्यक्ष बनने के रास्ते में मुश्किल पैदा करेंगे. ऐसे में महिला गोटी ने फर्जी लेटरहेड पर विधायक को बदनाम करने के मकसद से कंटेंट टाइप किया. इसके बाद मंगरोलिया और खत्रा ने इसे व्हॉट्सएप पर शेयर किया.
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