Banaskantha Conversion Case: गुजरात के बनासकांठा जिले में एक परिवार के तीन सदस्यों द्वारा कथित तौर पर इस्लाम धर्म अपनाए जाने की जांच मंगलवार को राज्य के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) को सौंप दी गई. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. एटीएस अधिकारी ने बताया कि राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आशीष भाटिया ने मामले की जांच का जिम्मा बनासकांठा पुलिस से गुजरात एटीएस को सौंप दिया. दो महिलाओं सहित एक परिवार के तीन सदस्यों के कथित धर्म परिवर्तन के विरोध में बनासकांठा जिले के दीसा शहर में शनिवार को कुछ हिंदू संगठनों द्वारा निकाली गई रैली में हजारों लोगों के शामिल होने के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है. बाद में परिवार के एक सदस्य ने आत्महत्या का प्रयास किया था.
पुलिस कई आरोपियों को कर चुकी है गिरफ्तार
पुलिस पांच में से दो आरोपियों को आत्महत्या के लिए उकसाने और जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है. 27 अगस्त को बनासकांठा के पालनपुर कस्बे के एक मंदिर में हरेश सोलंकी नामक एक व्यक्ति ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की थी. पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में, दीसा के रहने वाले सोलंकी ने दावा किया कि वह दुखी था क्योंकि उसकी पत्नी, बेटे और बेटी को एजाज शेख और उसके परिवार के सदस्यों द्वारा इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए ‘ब्रेनवॉश’ किया गया था और वे लोग उससे अलग रहने लगे थे.
क्या है मामला?
उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने शेख परिवार के पांच सदस्यों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, 'यह आरोप है कि एजाज ने पहले सोलंकी की कॉलेज में पढ़ने वाली बेटी को और फिर उसकी मां और भाई को इस्लाम अपनाने के लिए मना लिया. जब सोलंकी ने इसका विरोध किया तो उसने सोलंकी से 25 लाख रुपये की मांग की.’’
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