Banaskantha Crime News: उत्तर गुजरात के बनासकांठा जिले के थरद तालुका में एक महिला ने अपने प्रेमी की मदद से अपने तीन बच्चों को नर्मदा नहर में फेंक दिया और बाद में दोनों ने नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली. चंदर गांव के पूर्व सरपंच माफजी पटेल ने "गुरुवार की सुबह नर्मदा नहर से गुजर रहे लोगों ने नहर की दीवार पर मोबाइल फोन देखा, पानी में दो बच्चों के शव तैर रहे थे और उन्होंने मुझे इसकी सूचना दी. मैंने पुलिस को फोन किया."
परिजनों ने दी जानकारी
पटेल ने आगे कहा, "एक सेल फोन लगातार बज रहा था, जब मुझे एक फोन आया, तो मुझे पता चला कि मुक्ताबेन ठाकोर नाम की एक महिला और उसके तीन बच्चे वाव तालुका के देथाली गांव से लापता हो गए हैं और परिवार के सदस्य फोन पर फोन करके उनकी लोकेशन पता कर रहे थे. मैंने फोन करने वाले को दो शवों को नहर से निकाले जाने की सूचना दी." मुक्ताबेन के ससुर मौके पर पहुंचे, जिन्होंने पटेल को बताया कि उनकी शादी ईश्वरभाई से हुई है और उनकी शादी से उन्हें एक लड़की सहित तीन बच्चे हुए. मजदूर ईश्वरभाई पिछले कुछ महीनों से गांधीनगर के पास काम कर रहा था. मुक्ताबेन और बच्चे 15 दिन पहले तक उनके साथ ही रह रहे थे.
सरपंच ने दी जानकारी
सरपंच ने बताया कि मुक्ताबेन का धरधारा गांव के एक युवक से कुछ समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था. उन्होंने कहा, "ठाकोर परिवार का मानना था कि मुक्ताबेन बच्चों और उसके प्रेमी के साथ भाग गई थी. साथ रहने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा था, उन्होंने बच्चों को पहले नहर में फेंक दिया होगा और बाद में एक साथ कूदकर आत्महत्या कर ली होगी. शाम तक, तीसरे बच्चे के शरीर को भी निकाला गया था. अब गोताखोर और दमकल की टीम दोनों की तलाश कर रही है."
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