Bhavnagar University Principal Viral Notice: भावनगर कॉलेज की कार्यवाहक प्राचार्य ने एक नोटिस में स्टूडेंट्स को बीजेपी का सदस्य बनने के लिए कहा था. सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और एनएसयूआई सदस्यों के विरोध के बाद इन्होंने अब अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. भावनगर विश्वविद्यालय ने मामले की जांच पूरी होने तक उन्हें छुट्टी पर भेज दिया है.


एन.सी गांधी और बी.वी गांधी महिला आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज की कार्यवाहक प्राचार्य रंजन गोहिल ने 24 जून को सभी स्टूडेंट्स को एक नोटिस जारी किया था. नोटिस में कहा गया था कि, “सभी स्टूडेंट्स को बीजेपी में पेज कमेटी के सदस्यों के रूप में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए अपना पासपोर्ट साइज का फोटो साथ में लाना होगा."


नोटिस में क्या लिखा था?


नोटिस में ये भी कहा गया था कि भावनगर नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में रहने वाले स्टूडेंट्स ही सदस्य बनने के पात्र हैं. आगे कहा गया था, 'बीजेपी के सदस्यता अभियान में शामिल होने के लिए सभी स्टूडेंट्स कल से अपने मोबाइल फोन लेकर कॉलेज आएं.' सोशल मीडिया पर ये नोटिस वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया. प्रिंसिपल ने सोमवार सुबह उस नोटिस को वापस ले लिया. उन्होंने कहा, "मुझे इस तरह का नोटिस जारी करने के लिए किसी से निर्देश नहीं मिला था. नोटिस मेरी गलतफहमी से जारी किया गया था और मैं इस अधिसूचना द्वारा उस नोटिस को वापस लेती हूं."


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कांग्रेस और एनएसयूआई ने किया था प्रदर्शन


सोमवार दोपहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और एनएसयूआई सदस्यों ने महाराजा कृष्ण कुमार सिंहजी भावनगर विश्वविद्यालय के कुलपति के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर कार्यवाहक प्राचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. संपर्क करने पर कुलपति एम.एम त्रिवेदी ने कहा, 'मैंने कॉलेज के सभी ट्रस्टी को बुलाया है और उनसे इस मामले में कमेटी बनाकर आंतरिक जांच करने को कहा है, ताकि वह सबूतों के साथ छेड़छाड़ न करें."


कॉलेज के एक ट्रस्टी धीरेन वैष्णव ने कहा, "यह कॉलेज एक गैर-राजनीतिक शैक्षणिक संस्थान है और हम उसके कृत्य का समर्थन नहीं करते हैं. उसने खुद इस पद से इस्तीफा दे दिया जब उसे एहसास हुआ कि उसने गलती की है."


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