Gujarat CM Launched Shramik Basera Scheme: गुजरात सरकार ने मजदूरों की समस्याओं को देखते हुए एक बेहतरीन योजना शुरु की है. राज्य सरकार कंस्ट्रक्शन के काम में लगे मजदूरों के लिए अस्थायी घर उपलब्ध कराएगी. इसके लिए उन्हें मामूली पैसे चुकाने होंगे. इसे 'श्रमिक बसेरा' योजना नाम दिया गया है.


मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार (18 जुलाई) को निर्माण कार्य में लगे लगभग 15,000 मजदूरों के लिए पांच रुपये प्रतिदिन की मामूली दर पर अस्थायी आवास उपलब्ध कराने की योजना शुरू की. अगले तीन सालों में इस योजना का और विस्तार किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक ऐसे मजदूरों को इस अस्थायी आवास का लाभ मिल सके. 


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया, 'श्रमिक बसेरा' योजना के लिए, मुख्यमंत्री ने अहमदाबाद, गांधीनगर, वडोदरा और राजकोट शहरों में मजदूरों के रहने के लिए 17 आवास संरचनाओं का भूमि-पूजन समारोह किया. सीएम भूपेंद्र पटेल अहमदाबाद के जगतपुर क्षेत्र में इसकी आधारशिला रखने के लिए ऐसी ही एक साइट पर मौजूद थे.


विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने ऐसी अन्य सुविधाएं वर्चुअली लॉन्च कीं. विज्ञप्ति में कहा गया है कि सीएम ने श्रमिक बसेरा योजना के लिए एक पोर्टल भी लॉन्च किया. कार्यक्रम में अपने संबोधन में, सीएम ने कहा, ''सुविधाएं तैयार होने के बाद इस योजना से लगभग 15,000 निर्माण श्रमिकों को लाभ होगा. कंस्ट्रक्शन के काम में लगे इन मजदूरों को प्रति व्यक्ति 5 रुपये के दैनिक किराए पर आवास उपलब्ध कराया जाएगा.''


 उन्होंने आगे कहा, ''अगले तीन सालों में, लगभग 3 लाख कंस्ट्रक्शन मजदूरों के लाभ के लिए पूरे गुजरात में ऐसे और अधिक आवास केंद्र बनाए जाएंगे. इस परियोजना पर 1,500 करोड़ रुपये की लागत आएगी.'' उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस कदम का उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों और कंस्ट्रक्शन वर्कर्स को भोजन, स्वास्थ्य, आवास और वित्तीय सहायता प्रदान करके उनके जीवन स्तर में गुणात्मक परिवर्तन लाना है.


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