Ahmedabad News:  भारतीय जनता पार्टी (BJP) की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सी आर पाटिल (CR Patil) ने 2002 के नरोदा पाटिया दंगा (Naroda Patiya Riot) मामले के एक दोषी की बेटी को अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का टिकट दिए जाने का बृहस्पतिवार को बचाव किया और कहा कि वह योग्यता के आधार पर चुनाव लड़ रही हैं.


नरोदा पाटिया दंगे में मारे गए थे 97 मुस्लिम
बीजेपी ने 2002 के गोधरा दंगों के बाद अहमदाबाद जिले के नरोदा पाटिया इलाके से संबंधित मामले में 16 दोषियों में से एक मनोज कुकरानी की बेटी और एनेस्थेटिस्ट पायल कुकरानी (30) को मैदान में उतारा है. नरोदा पाटिया दंगा में 97 मुसलमान मारे गए थे. पायल कुकरानी नरोदा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं.


योग्यता के आधार पर दिया टिकट
पाटिल ने कहा, ‘‘अदालत के आदेश के अनुसार, उन्हें (मनोज कुकरानी) दोषी ठहराया गया और उन्होंने अपनी जेल की सजा पूरी की. उनकी बेटी एक डॉक्टर हैं और शादीशुदा हैं. जब घटना हुई, तो उनकी उम्र 10-15 साल रही होगी.’’ पायल की उम्मीदवारी के बारे में पूछे जाने पर बीजेपी नेता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह चुनाव लड़ने और जीतने में सक्षम हैं. वह पार्टी कार्यकर्ता हैं. हमने उन्हें योग्यता के आधार पर चुनाव लड़ने के लिए कहा है.’’


बीजेपी उम्मीदवार के अपहरण पर क्या बोले पाटिल
आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा सूरत (पूर्व) विधानसभा सीट से उसके उम्मीदवार का बीजेपी द्वारा ‘‘अपहरण’’ करने और उसके बाद मुकाबले से हटने संबंधी आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए पाटिल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी को अपने उम्मीदवारों का ध्यान रखना चाहिए और इस प्रकरण के लिए अनावश्यक रूप से सत्तारूढ़ दल को दोषी नहीं ठहराना चाहिए.


मोरबी हादसे के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
मोरबी पुल हादसा मामले में पाटिल ने कहा कि मामले में चूक करने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार किसी को नहीं बख्शेगी. इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. जांच के बाद (पुल दुर्घटना के लिए) जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’’ गौरतलब है कि मोरबी में 30 अक्टूबर को पुल गिरने से बच्चों और महिलाओं सहित 135 लोग मारे गए थे.


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