Gujarat: गुजरात के खेड़ा जिले से विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता केसरी सिंह सोलंकी ने उनके पिता पर कथित हमले के बाद पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए इस्तीफा देने की बुधवार शाम धमकी दी थी, लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ बैठक के बाद बृहस्पतिवार को अपना फैसला वापस ले लिया. 


'आठ फरवरी को चार लोगों ने पिता पर हमला किया'


मातर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले सोलंकी ने बुधवार रात को संवाददाताओं से कहा कि अगर राज्य की भाजपा सरकार ने जिले की प्रभारी पुलिस अधीक्षक अर्पिता पटेल और लिंबासी थाने से संबद्ध दो पुलिसकर्मियों का तबादला नहीं किया तो वह विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि एक मामूली विवाद के बाद आठ फरवरी को चार लोगों ने उनके पिता पर हमला किया था.


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उन्होंने कहा, ‘‘आरोपी इलाके में आजाद घूम रहे थे, लेकिन लिंबासी पुलिस ने 15 दिन तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया. पुलिस ने बुधवार को एक आरोपी को तब गिरफ्तार किया, जब मैंने बताया कि वह कहां है, लेकिन कोई कानूनी कार्रवाई करने के बजाय पुलिस ने कुछ देर बाद उसे छोड़ दिया.


'मेरे इलाके में अवैध शराब का व्यापार भी फल-फूल रहा है'


सोलंकी ने संदेह जताया कि किसी वरिष्ठ अधिकारी की ओर से स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने आरोपी से धन लिया. उन्होंने कहा, ‘‘प्रभारी एसपी के तहत मेरे इलाके में अवैध शराब का व्यापार भी फल-फूल रहा है. यदि इन तीन अधिकारियों का तबादला नहीं किया जाता है, तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा. 


विधायक ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री से गांधीनगर में मुलाकात की. उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने मेरी शिकायत का संज्ञान लिया और कार्रवाई करने का वादा किया है, इसलिए मैंने इस्तीफा देने का फैसला वापस ले लिया है.


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